मोदी सरकार ने रूस के साथ मिलकर 5 लाख AK 203 कलाश्निकोव राइफलों के उत्पादन को मंजूरी दे दी है। 5 हजार करोड़ रुपए की इस डील की आधिकारिक घोषणा सोमवार को पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच मुलाकात के बाद की जाएगी। समझौते के तहत भारत और रूस के जॉइंट वेंचर में इन राइफलों का उत्पादन उत्तर प्रदेश के अमेठी में किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्यॉरिटी (CCS) ने बुधवार को इस डील पर मुहर लगाई। इससे पहले डिफेंस ऐक्वजिशन काउंसिल (DAC) ने भी इसे अपनी मंजूरी दे दी थी। एक सूत्र ने कहा, ”रक्षा उत्पादन के मामले में देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़े प्रयास के तहत सरकार ने अमेठी के कोरवा में 500000 से अधिक AK-203 असॉल्ट राइफलों के उत्पादन की योजना को मंजूरी दी है।”
पिछले साल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के मॉस्को दौरे पर दोनों देशों ने समझौते को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी। जॉइंट वेंचर इन राइफलों के निर्यात की संभावना भी तलाशेगा। 7.62 X 39mm कैलिबर AK-203 राइफल इंसास राइफल की जगह लेंगे। AK-203 असॉल्ट राइफलों की रेंज 300 मीटर है। यह हल्की होने के साथ मजबूत और उपयोग में आसान होती है। इनसे सैनिकों की युद्ध क्षमता में वृद्धि की उम्मीद है।