प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र स्टेट कॉपरेटिव बैंक घोटाले मामले में एक शुगर मिल को सीज किया है। हालांकि चीनी मील के मालिक का खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक शुगर मिल महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के एक रिश्तेदार का बताया जा रहा है। ईडी के अधिकारियों ने गुरुवार को जारंदेश्वर चीनी मिल को अस्थायी रूप से सीज कर दिया। इस मामले में जांच एजेंसी की तरफ से यह पहली कार्रवाई है।
सूत्रों के मुताबिक चार याचिकाकर्ताओं द्वारा बॉम्बे हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर किए जाने के बाद महाराष्ट्र स्टेट कॉपरेटिव बैंक घोटाला सामने आया था। याचिकाकर्ताओं का आरोप था कि कई चीनी मिलों ने करोड़ों का कर्ज नहीं चुकाया था, जिसके बाद बैंकों ने मिलों को कुर्क कर उनकी नीलामी कर दी थी। नीलामी प्रक्रिया में मिलों को कई पदाधिकारियों को बेचा गया, जिसमें कुछ शीर्ष राजनेता भी शामिल थे।
बताया जा रहा है कि अजीत पवार बैंकों के निदेशकों में से एक थे और उन्होंने नीलामी में कुछ मिलें खरीदी थीं। बॉम्बे हाई कोर्ट ने तब एक एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया, जिसकी जांच मुंबई आर्थिक अपराध विंग (ईओडब्ल्यू) द्वारा की जा रही थी। वहीं 5 हजार करोड़ रुपए के घोटाले में मुंबई ईओडब्ल्यू ने अजित पवार सहित 69 लोगों को क्लीन चिट दे दी थी और मुंबई सेशंस कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट भी पेश कर दी थी।
पूरा मामला साल 2019 का है, जिसके बाद अब इस घाटोले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करोड़ों रुपये के घोटाले में मुंबई पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट का विरोध किया है। यहीं नहीं ईडी ने मुंबई पुलिस की तरफ से दायर क्लोजर रिपोर्ट की कॉपी मांगी थी और उसको चुनौती भी दी थी। जब से इस इस पूरे मामले की ईडी की ओर से जांच की जा रही है।