अपनाने होंगे प्रभावी उपाय तो देश कोरोना की तीसरी लहर से बच सकता हैं – एक्सपर्ट

0

प्रभावी उपाय अपनाना पड़ेगा, तभी तो देश में कम हो सकता है कोरोना की तीसरी लहर का खतरा- एक्सपर्ट

देश में जारी कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच तीसरी लहर की चेतावनी देने के एक दिन बाद केंद्र सरकार के विशेषज्ञों ने कहा है कि मजबूत उपायों के जरिए इस लहर के खतरे को कम किया जा सकता है। शुक्रवार को कोरोना वायरस की स्थिति पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने कहा कि अगर हम संक्रमण के खिलाफ मजबूत उपाय अपनाते हैं तो देश में सभी जगहों पर कोरोना वायरस की तीसरी लहर का असर दिखाई नहीं देगा।

‘अपनाने होंगे प्रभावी उपाय’

के विजय राघवन ने कहा, ‘तीसरी लहर का खतरा बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि स्थानीय स्तर, जिलों, शहरों और राज्यों में हम कोरोना वायरस के खिलाफ उपायों को कितने प्रभावी ढंग से लागू करते हैं।’ गौरतलब है कि एक दिन पहले ही के. विजय राघवन ने बताया था कि देश में जिस रफ्तार से कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि तीसरी लहर का आना तय है।

12 राज्यों में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा केस

वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव आरती आहुजा ने बताया, ‘इस समय देश के 12 राज्यों में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले हैं। ये राज्य हैं- महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और बिहार। इसके अलावा महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और झारखंड वो राज्य हैं, जहां शुरुआत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े, लेकिन अब केस धीरे-धीरे कम हो रहे हैं।’

इन राज्यों में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले

आरती आहुजा ने कहा, ‘देश में कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, हरियाणा, ओडिशा और उत्तराखंड वो राज्य हैं, जहां कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसके अलावा पंजाब, जम्मू-कश्मीर, असम, हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी, मेघालय, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में भी कोरोना के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है।’

About Author

Comments are closed.

Maintain by Designwell Infotech