अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कोरोना का कहर, करीब 18 प्रोफेसर गंवा चुके हैं जान।
कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है तो मौतों की संख्या भी अब डरा रही है. इस बीच अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर कोरोना की दूसरी लहर आफतों का पहाड़ बनकर टूट पड़ी है. यूनिवर्सिटी में कोरोना कहर बरपा रहा है. बानगी यह है कि बीते दो हफ्तों के भीतर यूनिवर्सिटी के 18 से अधिक प्रोफसरों की कोरोना वायरस की वजह मौत हो गई है. जबकि इसके अलावा एएमयू के मौजूदा कर्मचारी और रिटायर्ड कर्मचारियों का आंकड़ा जोड़ा जाए तो यहां इस घातक वायरस में मरने वालों की संख्या 40 के ऊपर पहुंच चुकी है.
शुक्रवार को एएमयू के लॉ फैकल्टी के डीन प्रोफेसर शकील समदानी की मौत के बाद एएमयू के हालातों को लेकर चिंताएं और भी ज्यादा बढ़ गई हैं. एएमयू के लॉ फैकल्टी के डीन का कोरोना से संक्रमित होने के बाद से अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में टीचर्स एसोसिएशन के पूर्व सचिव प्रो.आफताब आलम ने दुनिया छोड़ चुके इन शिक्षकों की सूची तैयार की है. इनमें प्रो. शकील समदानी, पूर्व प्रॉक्टर प्रो. जमशेद सिद्ददीकी, सुन्नी थियोलोजी डिपार्टमेंट के प्रो. एहसानउल्लाह फहद, उर्दू विभाग के प्रो. मौलाना बख्श अंसारी, पोस्ट हार्वेस्टिंग इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रो. मो. अली खान, राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्रो. काजी, मोहम्मद जमशेद, मोलीजात विभाग के चेयरमैन प्रो. मो. यूनुस सिद्ददीकी, इलमुल अदविया विभाग के चेयरमैन गुफराम अहमद, मनोविज्ञान विभाग के चेयरमैन प्रो. साजिद अली खान, म्यूजियोलोजी विभाग के चेयरमैन डाॅ. मोहम्मद इरफान, सेंटर फोर वीमेंस स्टडीज के डाॅ. अजीज फैसल, यूनिवर्सिटी पालिटेक्निक के मोहम्मद सैयदुज्जमान, इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर जिबरैल, संस्कृत विभाग के पूर्व चेयरमैन प्रो. खालिद बिन यूसुफ और अंग्रेजी विभाग के डाॅ. मोहम्मद यूसुफ अंसारी आदि शामिल हैं.