शॉर्ट वीडियो स्ट्रीमिंग मोबाइल एप्लिकेशन टिकटॉक अभी भी भारत में अपनी वापसी की उम्मीद लगाकर बैठा है। इसी कोशिश में टिकटॉक ने केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा है कि उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को दिए गए नए दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन किया है, जबकि भारत में टिकटॉक पर बैन लगा हुआ है। यह पत्र मंत्रालय के साथ “रेगुलर कम्यूनिकेशन” के हिस्से के रूप में भेजा गया था।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि यह अच्छी बात है कि कंपनी दिशानिर्देशों का पालन कर रही है लेकिन इससे बैन हटने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा, “प्रतिबंध एक अलग कारण से लगाया गया था। यह अच्छा है कि कंपनी नई गाइडलाइन का अनुपालन कर रही है लेकिन प्रतिबंध एक अलग मुद्दा है। टिकटॉक उन महत्वपूर्ण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में से नहीं था, जिनके 50 लाख या उससे अधिक यूजर हैं और गाइडलाइन से जुड़ी जानकारियां मांगी गई थी।
टिकटॉक को अभी भी वापसी की उम्मीद
भारत में कंपनी की वापसी की उम्मीद जताते हुए टिकटॉक के एक प्रवक्ता ने कहा, “टिकटॉक भारतीय बाजार के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हमने हमेशा कानून का पालन करते हुए काम किया है। हम भारत लौटने और अपने लाखों क्रिएटर्स और यूजर्स को फिर से एक मजेदार प्लेटफॉर्म देने के लिए सरकार से जुड़ने के लिए तत्पर हैं।”
चीन से झड़प के बाद बैन हुआ था TikTok
पिछले साल जून में गलवान घाटी में चीन के साथ झड़पों के बाद भारत ने 250 ऐप प्रतिबंधित कर दिए थे। इनमें से ज्यादातर ऐप चीनी मूल के थे। टिकटॉक भी इनमें शामिल था। सरकार ने कहा था “ये ऐप्स भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए हानिकारक हैं।” भारत सरकार ने पहले सिर्फ 59 ऐप बैन किए थे फिर दूसरी सूची जारी कर 250 ऐप पर बैन लगाया गया था। टिकटॉक बैन होने वाले शुरुआती 59 एप में शामिल था।