इस कोरोना महामारी मैं हो रहीं हजारों मौतों के बीच उत्तर प्रदेश और बिहार में गंगा नदी से लाशें बरामद हो रही हैं।
हाल ही में यूपी के गहमर गांव के पास गंगा नदी से दर्जनों लाशें मिली हैं। बिहार के बक्सर जिले से भी गंगा में लाशें मिलने का मामला सामने आया था। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गंगा नदी के किनारे लाशों को बालू में दफन करने का मामला भी सामने आया है। इसी बीच सोशल मीडिया पर कंगना रनौत का एक वीडियो सामने आया जिसमें वो कह रही हैं कि गंगा में तैरती लाशें नाइजीरिया की हैं। इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें खूब ट्रोल किया जा रहा है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने भी कंगना को आड़े हाथों लिया है।
रोहिणी आचार्या ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कंगना रनौत को खरी खोटी सुनाई है। न्यूज 24 के एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, ‘अंधभक्ति की कोई सीमा नहीं है? आंख की अंधी..दिमाग की पैदल। फकीरा की दलाली में। क्या राज्यसभा सीट की खातिर? या सीधे सीएम बनने की खातिर? मानवता का गला घोंट कर, गंगा में तैरती लाशों को नाइजीरिया का बोलकर। फकीरा की छवि बचाने को..फर्जी झांसी की रानी।’
आपको बता दें कि कंगना रनौत का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया था जिसमें उन्होंने यह भी कहा था कि ऑक्सीजन लेती महिला की वायरल तस्वीर कोरोनाकाल की नहीं है। उनके इन्हीं बयानों पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
कंगना ने अपने वीडियो में प्रधानमंत्री से अपील की थी कि इजराइल की तरह भारत में भी हर युवा को देश की सेवा के लिए आर्मी ज्वाइन करना कंपलसरी कर देना चाहिए।
इसी संदर्भ में फराह नाम के यूजर ने रोहिणी आचार्या के ट्वीट पर उन्हें जवाब दिया, ‘वास्तव में कंगना को अटेंशन चाहिए होता है। वो चर्चा में बने रहने के लिए इसी तरह के रास्ते अपनाती हैं। स्वयं अपने देश के नागरिकों द्वारा प्रधानमंत्री की आलोचना करने पर आर्मी ज्वाइन करने की इच्छा जताना किस मानसिकता का परिचायक है, ये समझना मुश्किल नहीं।’
आलोक यादव ने रोहिणी आचार्या की जवाब दिया, ‘कंगना ट्विटर का अकाउंट सस्पेंड होने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रही हैं।’ डॉक्टर रविंद्र शाह नाम से एक यूजर लिखते हैं, ‘उसकी बेवकूफी से सारा भारत परेशान है।’
Source – जनसत्ता