शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब क्यों किसी भी नेता से नहीं मिल रहीं, सामने आ गई है इसकी वजह
मो. शहाबुद्दीन के निधन के बाद हर रोज कई नेता उनके घर स्वजनों से मिलने पहुंच रहे हैं। राजद के कई नेताओं ने पूर्व सांसद के घर जाकर सांत्वना जताई है लेकिन उन नेताओं से शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब नहीं मिलीं।
पप्पू यादव ने परिवार से मुलाकात कर दी सांत्वना
पूर्व सांसद व जन अधिकार पार्टी प्रमुख राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव शुक्रवार को दिवंगत पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के हुसैनगंज स्थित प्रतापपुर स्थित पैतृक निवास पर पहुंचे। इस दौरान वें पूर्व सांसद के पुत्र ओसामा शहाब व परिवार के अन्य सदस्यों से मिलकर सांत्वना दी। बता दें कि मो. शहाबुद्दीन दिल्ली की तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे। जेल में कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें दिल्ली के दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी हालत बिगड़ती चली गई और शनिवार को सुबह उनकी इलाज के क्रम में मौत हो गई थी।
सिवान के पूर्व सांसद और राजद के कद्दावर नेता रहे मो. शहाबुद्दीन के निधन के बाद हर रोज कई नेता उनके घर स्वजनों से मिलने पहुंच रहे हैं। राजद के कई नेताओं ने पूर्व सांसद के घर जाकर सांत्वना जताई है, लेकिन उन नेताओं से शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब के नहीं मिलने को लेकर कुछ लोग सवाल खड़े कर रहे थे। शुक्रवार को भी जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव पूर्व सांसद के घर पहुंचे और उनके बेटे ओसामा शहाब से मुलाकात की। शहाबुद्दीन की पत्नी उनसे भी नहीं मिलीं। अब इसके पीछे का कारण सामने आ गया है।
अगले तीन महीने तक नहीं करेंगी मुलाकात
अब जो जानकारी सामने आ रही है, उसके अनुसार शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब लगभग साढ़े तीन महीने तक किसी पुरुष से नहीं मिल सकेंगी। जानकारी के अनुसार इस्लाम धर्म में पति की मौत के बाद इद्दत नाम की एक रस्म होती है, जिसके तहत दिवगंत की पत्नी को साढ़े तीन महीने तक किसी अन्य पुरुष से मिलने पर पाबंदी होती है।
इस्लाम धर्म में तलाक या पति के निधन के बाद इद्दत की रस्म होती है। इद्दत वो समय होता है, जिसमें औरत 3 महीने 10 दिन अपने घर में ही गुजारती है। इद्दत के दौरान औरत को खास निर्देश होते हैं कि वो किसी भी गैर मर्द के सामने ना जाए, और ना ही किसी गैर मर्द को अपना चेहरा ही दिखाएं।
पप्पू यादव ने कहा- सियासत ने मारा
पप्पू यादव ने कहा कि मो. शहाबुद्दीन कोरोना के कम जबकि सिस्टम और सियासत के ज्यादा शिकार हुए। उनका अपने स्वार्थ व मतलब के अनुसार इस्तेमाल किया गया। फिर अंतहीन जलालत झेलने के लिए अकेला छोड़ दिया गया था। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदना हमेशा मो. शहाबुद्दीन के स्वजनों एवं उनकों चाहने वालों के साथ है। इस दौरान उन्होंने ओसामा शहाब के साथ बैठकर इफ्तार किया। उन्होंने हर संभव मदद करने का वादा किया। मौके पर स्थानीय लोग मौजूद थे।