अटारी की सीमा पर पंजाब पुलिस के साथ मुठभेड़ में चारों गैंगस्टर मारे जा चुके हैं। पांच घंटे से चला एनकाउंटर अब पूरा हो चुका हैं। डीजीपी गौरव यादव ने कंफर्म किया है कि मारे गए दो गैंगस्टर्स का सिद्धू मूसेवाला की हत्या में हाथ था। इनमें से एक गैंगस्टर मन्नू वही है, जिसने मूसेवाला पर एके-47 से पहली गोली दागी थी। जिस हवेली से बदमाश गोलियां चला रहे थे, उस पर पुलिस ने कब्जा कर लिया है। हवेली से पुलिस को एके-47 भी बरामद हुई है
जानकारी के अनुसार, 20 जुलाई को अटारी सीमा के पास पंजाब पुलिस के साथ मुठभेड़ में चार गैंगस्टर मारे गए। पांच घंटे चले एनकाउंटर पर पुलिस फोर्स ने पूरी सावधानी बरती। मारे गए चार गैंगस्टर्स में से दो पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल थे। इनकी पहचान जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू कुसा के रूप में हुई है।
डीजीपी ने संभाली कमान
अटारी सीमा के पास एक सुनसान हवेली में करीब पांच घंटे चले इस एनकाउंटर में पंजाब पुलिस के करीब 300 जवान शामिल थे। इस एनकाउंटर की कमान खुद डीजीपी गौरव यादव ने संभाल रखी थी। हवेली को चारों ओर से घेरते हुए जवान धीरे-धीरे नजदीक आते गए और गैंगस्टर्स को मौके पर ही ढेर कर दिया। इस एनकाउंटर में दो पुलिस अधिकारी और एक कैमरामेन भी घायल हो गया था।
एनकाउंटर में क्या हुआ
पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दो गैंगस्टरों जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू कुसा का पीछा कर रही थी, तभी अमृतसर से करीब 20 किलोमीटर दूर भकना गांव में मुठभेड़ शुरू हुई थी। दोनों बदमाश जग्गू भगनपुरिया गिरोह से संबंधित थे। मूसेवाला हत्याकांड के लिए भगनपुरिया ने इन निशानेबाजों को लॉरेंस बिश्नोई को मुहैया कराया था। ये दोनों 52 दिन से पुलिस को चकमा देते रहे थे। अमृतसर के पास के गांव में तीन एंबुलेंस पहुंची। पुलिस और सिद्धू मूसेवाला के दो संदिग्ध हत्यारों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई।
मन्नू ने चलाई थी मूसेवाला पर पहली गोली
मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने लोगों से घर के अंदर रहने की अपील की। मुठभेड़ में एक प्रेस फोटोग्राफर और दो पुलिस कर्मी घायल हुए। मन्नू कुस्सा पर आरोप है कि उसने मूसेवाला पर एके-47 राइफल से पहली गोली चलाई थी। वह और जगरूप रूपा उन तीन संदिग्ध निशानेबाजों में शामिल था, जो फरार था। उनमें से दीपक मुंडी का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
गौरतलब है कि पंजाब, दिल्ली और मुंबई की पुलिस ने इस हत्या के मामले कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसे कथित तौर पर कनाडा स्थित गोल्डी बरार ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ समन्वय में निर्देशित किया था। सिद्धू मूसेवाला गायक-गीतकार और रैपर होने के अलावा कांग्रेस नेता भी थे, उनकी 29 मई को पंजाब के मनसा जिले में उनके गांव मूसा के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या के बाद यह मामला राजनीतिक मसला भी बन गया था और पंजाब की भगवंत मान सरकार को भी इसके चलते आलोचना का सामना करना पड़ा था।