तीन नए कृषि कानूनों की वापसी का बिल आज ही राज्यसभा में भी पेश होने वाला है। सुबह ही लोकसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस विधेयक को पेश किया था, जिसे ध्वनिमत से मंजूरी मिल गई थी। अब दोपहर 2 बजे इस विधेयक को राज्यसभा में पेश किए जाने की तैयारी है। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने यह जानकारी दी है। लोकसभा में यह बिल पेश हुआ तो विपक्ष लगातार चर्चा की मांग करते हुए हंगामा कर रहा था, लेकिन इसी दौरान इसे पारित करा लिया गया। इसके साथ ही हंगामे के चलते सदन को स्थगित कर दिया गया। अब सरकार आज ही इस बिल को राज्यसभा से पारित कराकर संसद के ही दिन किसानों से किया वादा पूरा करके बड़ा संदेश देना चाहती है।
इस बीच विपक्षी दल कृषि कानूनों की वापसी को लेकर चर्चा की मांग पर अड़े हुए हैं। यही नहीं उनका कहना है कि इसी सत्र में एमएसपी गारंटी कानून भी बनना चाहिए। यही नहीं दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर डटे किसान आंदोलनकारियों के नेता राकेश टिकैत के तेवर अब भी नरम नहीं दिख रहे हैं। उनका कहना है कि हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम एमएसपी कानून बनने के बाद ही यहां से हटेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को एमएसपी कानून, पराली जलाने को लेकर बने कानून और बिजली ऐक्ट को लेकर बात करनी चाहिए।
भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कानूनों की वापसी के बिल को लोकसभा से मंजूरी मिलने को लेकर कहा कि यह तो होना ही था। लेकिन आंदोलन खत्म करने के सवाल पर कहा कि ऐसा नहीं होगा। राकेश टिकैत ने कहा कि फिलहाल आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि एमएसपी कानून समेत कई अन्य मुद्दों पर अब बात किए जाने की जरूरत है और जब तक सरकार उन पर बात नहीं करती है, हम आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। टिकैत ने कहा कि लोकसभा से तीन कानूनों की वापसी के बिल पारित होने को हम उन 750 किसानों को समर्पित करते हैं, जो आंदोलन करते हुए शहीद हो गए।