कोरोना से जंग के अगुवाओं को सम्मान, साइरस पूनावाला, कृष्णा और सुचित्रा एला को पद्म भूषण

0

कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड बनाने वाली सीरम इंस्टीट्यूट के एमडी साइरस पूनावाला और भारत बायोटेक के कृष्णा एला और सुचित्रा एला की जोड़ी को सरकार ने साल 2022 का पद्म भूषण सम्मान देने का फैसला लिया है। सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविशील्ड का उत्पादन किया था, जबकि भारत बायोटेक ने देश को पहली स्वदेशी कोरोना वैक्सीन को-वैक्सीन दी थी। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट सीईओ सत्य नडेला, एल्फाबेट सीईओ सुंदर पिचाई को भी सरकार ने पद्म भूषण सम्मान देने का ऐलान किया है।

मंगलवार को सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया। इसमें देश की 128 हस्तियों को पद्म पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। इसमें सबसे बड़ा नाम देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत और यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह हैं, इन्हें मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा।

वहीं, सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में देश की अगुआई करने वाले सीरम इंस्टीट्यूट के एमडी साइरस पूनावाला को पद्म भूषण से सम्मानित करने का फैसला लिया है। साइरस पूनावाला को भारत का वैक्सीन किंग माना जाता है। वे पूनावाला समूह के अध्यक्ष हैं, जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी शामिल है। सीरम इंस्टीट्यूट ने ही भारत में कोविशील्ड का उत्पादन किया था।

साइरस पूनावाला के अलावा सरकार ने भारत बायोटेक के कृष्णा एला और सुचित्रा एला की जोड़ी को भी पद्म भूषण से सम्मानित करने का ऐलान किया है। भारत बायोटेक कई वर्षों से भारत के लिए वैक्सीन का निर्माण करता रहा है। भारत बायोटेक ने देश के लिए पहली स्वदेशी कोरोना वैक्सीन बनाई थी। कोरोना के खिलाफ जंग में इन दोनों संस्थानों ने अहम भूमिका निभाई थी। 

नडेला और पिचाई को भी पद्म भूषण

इक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला और एल्फाबेट सीईओ सुंदर पिचाई को भी पद्म भूषण से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। ये दोनों देश की वे हस्तियां हैं, जिन्होंने न सिर्फ भारत में बल्कि दुनियाभर में देश को गौरवांवित किया है।

About Author

Comments are closed.

Maintain by Designwell Infotech