समाजवादी पार्टी-राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन को लेकर कयासबाजियों पर विराम लगाते हुए रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि हमारे यहां लोग बंद कमरे में हुई बात नहीं मानते। हम जो बताएंगे अखिलेश जी के साथ मेरठ में सबके बीच बताएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि सपा-रालोद के बीच सीटों पर बात हो गई है। कुछ छोटी चीजें रह गई हैं। बीजेपी के साथ जाने की संभावनाओं को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि मेरी गाड़ी में सारे गियर हैं, पर यूटर्न नहीं है।
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक रालोद प्रमुख ने समाजवादी पार्टी और रालोद की दोस्ती को स्थाई बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ जाने का सवाल ही नहीं है। प्रियंका गांधी से उनके व्यक्तिगत संबंध हैं। उन्होंने कहा कि हमारे गठबंधन का करीब-करीब ऐलान हो चुका है। जब अखिलेश जी से मेरी मुलाकात हई तो इसका एक संदेश गया। सात दिसम्बर को पहला मौका होगा जब हम राजनीतिक मंच साझा करेंगे लोकसभा और पिछले विधानसभा चुनाव के बाद। उत्तर प्रदेश में लोग बेहतर विकल्प देखना चाहते हैं। वर्तमान परिस्थिति यह है कि डबल इंजन की सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है। लोग इसके खिलाफ हैं। तीन कृषि कानूनों की वापसी पर बोलते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि भाजपा को इसका कोई फ़ायदा नहीं होगा। जयंत ने कहा कि मेरे और अखिलेश जी के बकीच अच्छी दोस्ती है। सात दिसम्बर को हम मेरठ मे साथ में र ली कर रहे हैं। मेरठ में हम जनता के बीच में बताएंगे कि हमारा और अखिलेश जी का यूपी को लेकर रोडमैप क्या है।
उन्होंने कहा कि पिछले सात साल से हम विपक्ष में बैठ कर लड़ रहे हैं। भाजपा ने किसानों के साथ जो किया है उसे जनता माफ़ नहीं करेगी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बारे में पूछे गए एक सवाल पर आरएलडी प्रमुख ने कहा कि उनसे व्यक्तिगत सम्बन्ध हैं लेकिन कांग्रेस से कोई गठबंधन नहीं होने जा रहा है।