पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ मूवी को लेकर सवाल उठाने वाले लोगों पर तीखा हमला बोला है। मंगलवार को भाजपा की संसदीय दल की मीटिंग को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सालों से दबाया गया सत्य बाहर आ गया है तो कुछ लोग घबरा गए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 5-6 दिनों से हम देख रहे हैं कि वो लोग घबरा गए हैं और फिल्म की आलोचना कर रहे हैं। उस पर कोई चर्चा नहीं कर रहे हैं, लेकिन उसके खिलाफ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी को फिल्म से आपत्ति है तो दूसरी बना लें। लेकिन उसे रोकना कैसी समझदारी है।
भाजपा सांसदों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘जो लोग हमेशा अभिव्यक्ति की आजादी के झंडे लेकर घूमते हैं, वे लोग पिछले 5 से 6 दिनों में पूरी तरह से घबरा गए हैं। इस फिल्म की तथ्यों के आधार पर विवेचना करने की बजाय उसे बदनाम करने में जुटे हैं। इस फिल्म के खिलाफ पूरा ईकोसिस्टम ही खड़ा हो गया है। मेरा विषय फिल्म नहीं है, लेकिन जो सत्य है, उसे सामने लाना देश के हित में है। यदि किसी को इस फिल्म से आपत्ति है तो दूसरी बना लो। उन्हें इस बात से आपत्ति है कि जिस सत्य को इतने सालों से दबाकर रखा है, उसे कैसे बाहर लाया जा रहा है। ऐसे समय में सत्य के लिए खड़े होने वाले लोगों के सामने जिम्मेदारी है कि वे इस ईको सिस्टम का मुकाबला करें।’
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने इस फिल्म की तारीफ की है। यही नहीं फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री और उनकी टीम से पिछले दिनों उन्होंने मुलाकात भी की थी। इसकी तस्वीर भी पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर शेयर की थी। बता दें कि द कश्मीर फाइल्स में घाटी में 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार का चित्रण किया गया है। इस नरसंहार के चलते लाखों कश्मीरी पंडितों को घाटी से पलायन करना पड़ा था। यूपी, गोवा, गुजरात, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में अब तक इस फिल्म को टैक्स फ्री किया जा चुका है। हालांकि एक वर्ग इस फिल्म की आलोचना करते हुए इस एजेंडा मूवी भी बता रहा है।