प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा को अब तक का सबसे बड़ा एजेंडा देते हुए अगले 25 साल के लिए तैयारी करने को कहा है। 25 साल बाद देश आजादी के 100 साल पूरा कर रहा होगा। वह एक ऐतिहासिक क्षण होगा। राजनीतिक लिहाज से तब तक देश में कम से कम पांच लोकसभा चुनाव और दर्जनों विधानसभा चुनाव भी हो चुके होंगे। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का भाजपा को दिया गया टास्क बेहद महत्वपूर्ण है।
जयपुर में भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में पहले से ही अगले दो साल यानी मिशन 2024 तक के लिए अपनी भावी कार्ययोजना को तैयार करने में जुटी है, वही उसकी शुरुआत में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वर्चुअल संबोधन से पार्टी को अब तक का सबसे बड़ा एजेंडा थमा दिया है। जिसमें उन्होंने साफ कर दिया है कि आजादी का अमृत काल, जो उसकी 75 वीं वर्षगांठ से शुरू होकर 100 साल तक रहेगा, तब तक भाजपा के लिए भी सामान्य से हटकर कुछ खास करने का काल होगा। भाजपा को इन 25 साल के लिए अपनी विशेष तैयारी भी करनी होगी।
चुनावों की लंबी रणनीति
दरअसल, साल 2014 से लगातार मिल रहे जनसमर्थन से उत्साहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि देश की जनता की ये आशा-आकांक्षा हमारा दायित्व बहुत बढ़ा देती है। आजादी के इस अमृत काल में देश अपने लिए अगले 25 साल का लक्ष्य तय कर रहा है। भाजपा के लिए यही सही समय है। प्रधानमंत्री के इस संदेश के राजनीतिक मायने साफ हैं, जिसमें भाजपा को जनता का विश्वास हासिल करते हुए अगले 25 साल तक सत्ता की जवाबदेही निभानी होगी। साफ है कि भाजपा अब एक-एक चुनाव के बजाय लंबी चुनावी रणनीति
विपक्ष की मुश्किलें बढ़ाई
हालांकि, उनके इस संदेश से विरोधी दलों को भी चौकन्ना होना होगा कि भाजपा का मुकाबला करने के लिए उनको अब कुछ खास करना होगा। अगले 25 साल में देश में सामान्य तौर पर कम से कम पांच लोकसभा के चुनाव हो चुके होंगे और दर्जनों विधानसभा चुनाव भी हो चुके होंगे। अगर भाजपा अगले 25 साल का लक्ष्य तय कर चलती है और इसे पूरा कर लेती है तो कांग्रेस के लगातार सत्ता के रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर देगी, जो उसने 1947 से 1977 तक बनाया था।