महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात कहने वाले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे पर जिस तरह से पुलिस ने कार्रवाई की है, उसके बाद से इस मामले ने और राजनीतिक रंग ले लिया है.बीजेपी के एक नेता ने पुलिस से महाराष्ट्र के सीएम के उस बयान के खिलाफ शिकायत की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि योगी को उन्हीं की चप्पल से मारना चाहिए.
बीजेपी के यवतमाल जिले के अध्यक्ष नितिन भुटाडा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और भड़काऊ भाषण देने के लिए कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. उमेरखेड़ पुलिस के अधिकारी ने बताया कि उनके पास महाराष्ट्र के सीएम से जुड़ी एक शिकायत आई है. शिकायत में कहा गया है कि 25 अक्टूबर 2020 को दशहरा भाषण के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था.
शिकायत में कहा गया है कि भाषण के दौरान ठाकरे ने कहा था कि एक योगी कैसे किसी राज्य का मुख्यमंत्री बन सकता है. उसे एक गुफा में जाकर बैठना चाहिए. उसे उसकी चप्पल से मारना चाहिए. योगी ने शिवाजी महाराज का अपमान किया है. योगी की शिवाजी के पास जाने की हैसियत नहीं थी. योगी जब महाराष्ट्र आएं तो उन्हें उनके चप्पल से पीटना चाहिए. शिकायतकर्ता ने कहा है कि ठाकरे ने जिस तरह से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, उसके बाद समाज में अशांति और दंगे भड़क सकते थे. बीजेपी नेता ने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र के अलग-अलग थानों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगी
नारायण राणे ने ठाकरे को लेकर क्या बयान दिया था
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं. राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा, ‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं. भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे. अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता.’
राणे अपनी इस टिप्पणी के बाद विवादों में घिर गए और शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने राज्य के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. राणे को मंगलवार रात रायगढ़ जिले में महाड की एक अदालत ने जमानत दे दी.