नालंदा – नीट पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम पटना के आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के कार्यालय पहुंची। कहा जा रहा है कि सीबीआई पेपर लीक से जुड़े सभी दस्तावेज और सबूत ले रही है। सीबीआई से पहले ईओयू ही पूरे मामले की जांच कर रही थी। इस मामले में ईओयू की टीम बिहार और झारखंड से 18 लोगों को गिरफ्तार और कई लोगों से पूछताछ भी कर चुकी है। इसी बीच न्यूज चैनल आजतक ने एक स्टिंग आपरेशन किया है, जिसमें नीट पेपर लीक को लेकर कई खुलासे हुए हैं।
संजीव मुखिया के करीबी ने पेपर लीक मामले में सरकारी सिंडिकेट की कलई खोल दी। उसने बताया कि संजीव मुखिया अभी फरार है। उसने दावा किया कि वह पकड़ा नहीं जा सकता है। जब उनसे पूछा गया कि वह पहले भी जेल जा चुका है, इसपर उसके सहयोगी ने खुफिया कैमरे पर बताया कि संजीव मुखिया ने पिछले कुछ साल में बहुम पैसा कमाया है। जब पूछा गया कि उनकी पत्नी इलेक्शन भी लड़ी थी। इसपर उसने कहा कि इलेक्शन में ही तो वह बर्बाद हुआ। पैसा उठाया, वो सब दिन नीट का ही काम करता रहा है। सब दिन वह नीट का ही काम करता है रहा है, लेकिन वह इससे पहले 10-20 काम ही उठाता रहा है। लेकिन इलेक्शन में उसे पैसों की जरूरत थी इसलिए एडवासं में पैसे उठाए। संजीव मुखिया कहीं ना कहीं से, सेंटर से, इधर से उधर से, साल में दो तीन करोड़ रुपये कमाता था। इस बार इलेक्शन के चक्कर में उसे 100 से 400 करोड़ रुपये कमाने का शौक था। पैसे कामने चस्के में उसने इस बार 700 करोड़ रुपये का काम उठा लिया। इस साल उसने 700 से ज्यादा काम किए। यानी 700 स्टूडेंट्स को 40 लाख से गुणा कर लीजिए, सारी कमाई पता चल जाएगी।