भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने राज्य क्रिकेट संघों के साथ बातचीत में घरेलू टूर्नामेंटों में भाग लेने वाली राज्य की टीमों को सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी है। इसके अलावा बीसीसीआई ने अपनी एडवाइजरी में टीमों को 20 खिलाड़ियों और 10 सपोर्ट स्टाफ के साथ अपने सदस्यों की अधिकतम संख्या 30 रखने और छह दिन के अनिवार्य क्वारंटाइन की प्रक्रिया का पालन करने की भी सलाह दी है।
बीसीसीआई ने एडवाइजरी में कहा, ‘प्रत्येक टीम को कोरोना संबंधित मामलों के लिए एक टीम डॉक्टर रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। साथ ही उन्हें टूर्नामेंट के दौरान सार्वजनिक परिवहन यानी ओला, उबर, ट्रेनों और स्थानीय बसों के इस्तेमाल पर सख्त बैन लगाए जाने की सलाह दी जाती है।’ उल्लेखनीय है कि भारतीय घरेलू क्रिकेट सीजन इस साल के अंत में विभिन्न जगहों पर शुरू होगा और लगभग साल अप्रैल तक चलेगा।
बीसीसीआई ने मैच फीस को लेकर भी एडवाइजरी जारी की है। बोर्ड ने इस बारे में कहा, ’20 खिलाड़ी मैच फीस के लिए पात्र होंगे। प्लेइंग इलेवन में चुने जाने वाले खिलाड़ियों को 100 प्रतिशत, जबकि शेष नौ खिलाड़ियों को 50 प्रतिशत मैच फीस मिलेगी। अगर बीसीसीआई द्वारा भारतीय टीम के किसी क्रिकेटर को घरेलू क्रिकेट में भाग लेने के लिए चुना जाता है तो वह मैचों में प्लेइंग इलेवन और नॉन-प्लेइंग इलेवन की स्थिति के आधार पर 20 खिलाड़ियों से अधिक मैच फीस के लिए पात्र होगा।’