विराट कोहली (Virat Kohli) पिछले करीब ढाई साल से कोई शतक नहीं लगा पाए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ जारी टी20 सीरीज में भी उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं। दूसरे मैच में तो वह केवल एक रन बनाकर आउट हो गए। कोहली लंबे समय से अपने खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। कोहली के खराब फॉर्म को लेकर भारत के पूर्व वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने हाल में कहा था कि अगर रविचंद्रन अश्विन जैसे प्रतिभाशाली गेंदबाज को टेस्ट टीम की प्लेइंग इलेवन से बाहर किया जा सकता है, तो विराट को भी टी20 टीम से बाहर करने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
इन आलोचनाओं के बीच, कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा (Rajkumar Sharma) ने स्टार बल्लेबाज को सपोर्ट किया है। उन्होंने कपिल देव के बयान पर असहमति जताते हुए कहा कि कोहली का 70 इंटरनेशनल शतक उनकी बल्लेबाजी कौशल का प्रमाण है। राजकुमार ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘मैं विराट कोहली को लेकर कपिल देव के बयानों का समर्थन नहीं करता। विराट के साथ कुछ भी बड़ा नहीं हुआ है कि इस तरह का बयान जारी किया गया है। विराट को लेकर इतनी जल्दी क्यों है? उन्होंने देश के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। 70 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाना कोई मामूली बात नहीं है। मुझे नहीं लगता कि बोर्ड उन्हें बेंच पर बैठाने का फैसला करेगा।’
इससे पहले, भारत को पहली बार विश्व चैंपियन बनाने वाले कपिल देव ने कहा था कि अगर भारतीय टीम मैनेजमेंट शानदार लय में चल रहे खिलाड़ियों को अपने कौशल के प्रदर्शन के लिए पर्याप्त अवसर नहीं देगा तो यह उनके साथ नाइंसाफी होगी। कपिल देव ने एबीपी न्यूज से कहा था, ‘अगर आप टेस्ट के दूसरे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज अश्विन को टीम से बाहर बैठा सकते है तो विश्व का नंबर एक खिलाड़ी भी बाहर बैठ सकता है। मैं चाहता हूं कि कोहली रन बनाए, लेकिन इस समय विराट उस तरह से नहीं खेल रहे है जिनको हम जानते है। उन्होंने अपने प्रदर्शन के दम पर अपना नाम बनाया है और अगर वह प्रदर्शन नहीं करेंगे तो नए खिलाड़ियों को आप बाहर नहीं रख सकते है।’