Tansa City One

कोरोना संकट मे इस्लामिक देशों ने खुलकर कर रही हैं भारत की मदत

0

लगबग एक महीने से भारत में कोरोना वायरस ने कहर जारी है और हजारों लोगों की मौत चुकी है। भारत में लगबग हर दिन 3 हजार से ज्यादा लोग कोरोना की वजह से दम तोड़ रहे हैं तो साढ़े तीन लाख से ज्यादा केस हर दिन सामने आ रहे हैं। भारत में सबसे ज्यादा मौतें ऑक्सीजन की कमी को लेकर हो रही हैं। ऑक्सीजन नहीं मिलने से मरीज छटपटा कर मर रहे हैं, लेकिन उन्हें देखने वाला, उनकी मदद करने वाला कोई नहीं है। भारत के दर्जनों अस्पतालों ने नये मरीजों की भर्ती करना बंद कर दिया है क्योंकि उनके पास ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं हैं। भारत के सैकडों डॉक्टर ऑक्सीजन नहीं मिलने और मरीजों की मदद नहीं करने की वजह से परेशान हैं। वहीं, इस विकट परिस्थिति में दुनिया के कई देश भारत की मदद कर रहे हैं।अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, जापान, ऑयरलैंड, बेल्जियम, लक्समबर्ग, सिंगापुर, स्वीडन, न्यूजीलैंड, कुवैत, सऊदी अरब, यूएई भी लगातार भारत की मदद कर रहा है। भारतीय वायुसेना ने गुरुवार को सिंगापुर और बैंकॉक से 12 खाली क्रोयोजेनिक ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर आई। वहीं, जापान ने भी संकट के समय में भारत की मदद करने की बात कही है। वहीं, इस्लामिक देश भी संकट के इस समय में दिल खोलकर भारत की मदद कर रहे हैं। आईये देखते हैं इस्लामिक देश किस तरह से भारत की मदद कर रहे हैं।

सऊदी अरब से मदद

भारत ने ऑक्सीजन की किल्लत दूर करने के लिए कई देशों से मदद मांगी है, जिसमें इस्लामिक देश भी शामिल हैं। खासकर सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर जैसे देशों से भारत की काफी अच्छी दोस्ती है और इस विपरीत परिस्थिति में ये इस्लामिक देश भारत की खूब मदद भी कर रहे हैं। भारत को इस वक्त सबसे ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन जेनरेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, वेंटिलेटर्स, की जरूरत है, लिहाज भारत इन मेडिकल सामानों की जल्द से जल्द सप्लाई चाहता है। संकट के इस पल में सऊदी अरब ने 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भारत भेजा है। भारत में होने वाली ज्यादादर मौतें ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से हो रही हैं, ऐसे में 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन से सैकड़ों मरीजों की जान बचाई जा सकती है। रियाद स्थिति भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा है कि ‘भारतीय दूतावास को अडानी ग्रुप और एमएस लिंडे के साथ साझेदारी कर अतिआवश्यक 80 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन भारत भेजने में गर्व महसूस हो रहा है।’ इसके साथ ही भारतीय दूतावास ने अपने ट्वीट में सऊदी अरब को तमाम मदद और समर्थन के लिए आभार जताया है।

भारत के साथ संयुक्त अरब अमीरात

भारत और संयुक्त अरब अमीरात की दोस्ती काफी पुरानी है और दोनों देश अलग अलग मुद्दों पर एक दूसरे की मदद करते रहते हैं। संयुक्त अरब अमीरात भारत का रणनीतिक साझेदार भी है और संकट के इस समय में संयुक्त अरब अमीरात भारत के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ा दिख रहा है। यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला ने भारतीय विदजेश मंत्री एस. जयशंकर से फोन पर बात की और कोविड-19 संकट के दौरान हर संभव मदद देने की बात कही है। इसके साथ ही यूएई ने विश्व की सबसे बड़ी इमारत बुर्ज खलीफा को तिरंगे के रंग में प्रकाशित कर भारत को एकजुटता का संदेश भी दिया है। यूएई ने बुर्ज खलीफा में स्टे स्ट्रॉंग इंडिया का मैसेज लिखकर भारतीय लोगों को कोरोना संकट से निपटने में हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया था। भारतीय दूतावास ने भी यूएई के बुर्ज खलीफा को तिरंगे के रंग में प्रकाशित करने के वीडियो को शेयर किया था। वहीं, भारतीय सेना का सी-17 विमान 26 अप्रैल को दुबई पहुंचा था. जहां से भारतीय वायुसेना ऑक्सीजन के 6 सिलेंडर एयरलिफ्ट कर भारत लाई थी।

कुवैत-कतर से मदद

वहीं, कोरोना संकट से जूझ रहे भारत की मदद करने के लिए कुवैत ने भी अपना हाथ भारत की तरफ बढ़ाया है। कुवैत ने भारत की मदद के लिए कई मेडिकल सामानों की सप्लाई की है। वहीं, कतर के अमीर तमीम बिन हमाद ने भी कोरोना संकट के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बात की और कोरोना संकट के समय हर संभव मदद देने की बात कही है। वहीं, कतर एयरवेज ने भारत की मदद करने का ऐलान करते हुए कहा है कि वो बिना किसी शुल्क के भारत को अलग अलग देशों से मेडिकल सामानों की सप्लाई करेगा।

बहरीन से मदद

कोरोना संकट के वक्त एक और मुस्लिम देश बहरीन भी भारत की मदद के लिए सामने आया है। बहरीन के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री सलमान बिन हमद अल खलीफा ने इस विकराल परिस्थिति में भारत की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। बहरीन के प्रधानमंत्री ने अपने देश में हाईलेवल मीटिंग करने के बाद भारत की मदद करने का फैसला किया है और बहुत जल्द बहरीन से मेडिकल सामानों की आपूर्ति भारत में की जाएगी।

कुवैत ने भेजा ऑक्सीजन

कुवैत ने भेजा ऑक्सीजन

वहीं, कोरोना वायरस से परेशान भारत की मदद के लिए एक और मुस्लिम देश कुवैत ने भी मेजडिकल सामानों की आपूर्ति करने का फैसला किया है। रिपोर्ट के मुताबिक कुवैत ने 185 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन भारत की मदद के लिए भेजा है। वहीं, एक और रिपोर्ट के मुताबिक कुवैत बहुत जल्द एक हजार ऑक्सीजन सिलेंडर भारत भेजने वाला है वहीं कुवैत भारत को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स भी भेजने जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक मदद की पहली खेप जल्द ही भारत पहुंच भी चुकी है।

बांग्लादेश देगा रेमडेसिविर इंजेक्शन

बांग्लादेश देगा रेमडेसिविर इंजेक्शन

बांग्लादेश ने कहा है कि वो अगले हफ्ते भारत को रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई करेगा। आपको बता दें कि भारत में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी किल्लत है और यहां इस इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी भी हो रही है। भारत सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने के लिए कई देशों से संपर्क किया है, जिसमें बांग्लादेश भी शामिल है। बांग्लादेश ने कहा है कि वो अगले हफ्ते तक रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ ही कई और जरूरी मेडिकल सप्लाई भारत भेजेगा। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने अगले हफ्ते कर रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप भारत भेजने की बात कही है।

About Author

Comments are closed.

Maintain by Designwell Infotech