पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर नेता ने अगले 24 घंटे के भीतर 10 किलो गेहूं के आटे की बोरी की कीमत घटाकर 400 रुपये नहीं की तो वह अपने कपड़े बेच देंगे और लोगों को सस्ता आटा खुद उपलब्ध कराएंगे। रविवार को ठाकारा स्टेडियम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, “मैं अपनी बात दोहराता हूं, मैं अपने कपड़े बेच दूंगा और लोगों को सबसे सस्ता गेहूं का आटा उपलब्ध कराऊंगा।”
जनसभा में सियासी गरमी की गूंज पीएम के संबोधन से भी सुनाई दी। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने देश को अब तक की सबसे ज्यादा महंगाई और बेरोजगारी का तोहफा दिया है। पीएम शरीफ ने इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार की निंदा करते हुए कहा कि वह पांच मिलियन घर और एक करोड़ नौकरियां देने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहे और देश को आर्थिक संकट में धकेल दिया।
‘डॉन’ की खबर के मुताबिक, रैली के दौरान शहबाज शरीफ ने कहा, ‘मैं आपके सामने घोषणा करता हूं कि मैं अपना जीवन कुर्बान कर दूंगा लेकिन इस देश को समृद्धि और विकास के रास्ते पर रखूंगा।” बलूचिस्तान चुनावों पर बोलते हुए, पीएम ने कहा कि लोगों ने उन पर विश्वास किया और उनके पक्ष में मतदान करने के लिए बाहर आए हैं।
उन्होंने कहा, “ऐसा बहुत कम ही होता रहा है, बलूचिस्तान के लोग मतदान केंद्रों पर उमड़ पड़े और जैसा कि मुझे उम्मीद थी कि मतदाताओं का मतदान 30 से 35 प्रतिशत के बीच रहेगा जो लोकतंत्र और कानून व्यवस्था में सुधार में लोगों का विश्वास है।”
जैसे-जैसे पाकिस्तान ईंधन की कीमतों में वृद्धि की चपेट में है, शहबाज शरीफ ने इसके लिए इमरान खान को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “इमरान खान, जो सार्वजनिक रूप से सभी को अपमानित करते हैं, ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में ऐसे समय में कमी की थी जब दुनिया भर में दरें बढ़ रही थीं। उन्होंने ऐसा तब किया था जब उन्हें पता था कि वे अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बाहर कर दिया जाएंगे।” रैली के दौरान पीएम शरीफ ने अपने भाई और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की भी जमकर तारीफ की।