पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अपनी खुद ही अपनी अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती कराने पर उतर आया है। पाकिस्तान अपने यूएस एबेंसी के कर्मचारियों को सैलरी नहीं दे पा रहा है। इतना ही नहीं सैलरी के नाम पर वो कई महीने से इन कर्मचारियों के साथ टाल-मटोल का रवैया अपना रहा है।
बताया जा रहा है कि यूएस में स्थित पाकिस्तानी एबेंसी फंड की कमी से जूझ रही है। पाकिस्तानी एंबेसी के पास इतने भी पैसे नहीं है कि वो अपने कर्मचारियों को समय से सैलरी दे सके। हालत यह है कि एंबेसी में कार्यरत कुछ कर्मचारियों को कम से कम 4 महीनों की सैलरी तक नहीं मिली है।
सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी एंबेसी में कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत कम से कम 5 कर्मचारियों को अगस्त के महीने से ही सैलरी नहीं मिली है। इनमें से एक कर्मचारी पिछले करीब 10 साल से एंबेसी से जुड़ा हुआ था। उसने सैलरी नहीं मिलने की वजह से सितंबर के महीने में इस्तीफा तक दे दिया।
बताया जा रहा है कि एंबेसी ने इन स्थानीय लोगों को वार्षिक संविदा के आधार पर नियुक्त किया था। इन लोगों की सैलरी 2,000-2,500 डॉलर प्रति महीने है। ऐसे कर्मचारियों को पाकिस्तान कम्यूनिटी वेलफेयर फंड से सैलरी दी जाती है। पिछले साल पीसीडब्लूय का फंड बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया था। इस फंड का इस्तेमाल महामारी के दौरान वेंटिलेटर्स और अन्य चिकित्सीय उपकरण खरीदने में किया गया था।
सैलरी नहीं पाने वाले कर्मचारियों ने इस संबंध में राजदूत को आग्रह करते हुए एक चिट्ठी भी लिखी है। इस मामले को पाकिस्तान विदेश मंत्रालाय के कार्यालय में भी उठाया गया है।