अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से ‘कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म 2020: इंडिया’ में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को आतंकी खतरे को बाधित करने में प्रभावी बताया गया है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि खुफिया एजेंसियों और सूचना साझाकरण को लेकर अंतराल बनी हुई है। इसके अलावा रिपोर्ट में यह यह भी कह गया है कि आतंकी संगठन ISIS से जुड़े भारतीय मूल के 66 लड़ाके थे। दूसरी ओर से पाकिस्तान को लेकर रिपोर्ट में अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ा है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने अपनी ‘कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म 2020: पाकिस्तान’ में कहा है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सीमित प्रगति की है और जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर और लश्कर के साजिद मीर, 2008 के मुंबई अटैक के मास्टरमाइंड जैसे आतंकवादी नेताओं पर मुकदमा चलाने के लिए कदम नहीं उठाए हैं।
अमेरिका ने गुरुवार को उइगर मुस्लिमों के मानवाधिकार हनन को लेकर चीन के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा की। राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन ने कहा कि वह शिनजिंयाग प्रांत में मानवाधिकार हनन के लिए चीन की कई बायोटेक और निगरानी कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगा रहा है। कॉमर्स डिपार्टमेंट चीन की सैन्य चिकित्सा विज्ञान अकादमी और इसके 11 रिसर्च संस्थानों पर निशाना साध रहा है जोकि चीनी सेना की मदद के लिए जैव-प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
कॉमर्स डिपार्टमेंट की कार्रवाई का उल्लेख करते हुए अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी खुफिया तंत्र को पता चला है कि बीजिंग ने पूरे शिनजियांग प्रांत में हाईटेक मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित किया है जिसका उपयोग करके इस प्रांत के सभी निवासियों के फेशियल रेकॉग्निशन (चेहरे के जरिए पहचान) तैयार किए गए हैं और प्रांत के 12 से 65 आयुवर्ग के सभी निवासियों के डीएनए नमूने भी एकत्र किए गए हैं।