कांग्रेस ने रविवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर है कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के प्रसार के बीच राजनीतिक रैलियों के आयोजन पर रोक लगायी जानी चाहिए या नहीं। साथ ही जोर दिया कि जो भी फैसला लिया जाएगा, कांग्रेस उसका पालन करेगी।
कांग्रेस रैलियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग करेगी या नहीं? इस सवाल पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस पर फैसला सरकार को लेना है। सुरजेवाला ने कहा, ‘सत्ता में कौन है….भाजपा। प्रधानमंत्री कौन हैं….नरेंद्र मोदी जी। उत्तर प्रदेश में सत्ता में कौन है….भाजपा। वैज्ञानिक आंकड़े किसके पास उपलब्ध हैं….मोदी सरकार। ऐसे में जमीनी स्तर पर ओमिक्रॉन के खतरे की जानकारी किसके पास हो सकती है…. सरकार।’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा ने संविधान और कानून के मुताबिक प्रतिबंध लगाने की जिम्मेदारी और अधिकार सरकार के पास है। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी या वाम दल फैसला कैसे ले सकते हैं? सुरजेवाला ने कहा कि सभी तथ्य जानने के बाद इस बारे में फैसला प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को लेना होगा।
दरअसल, पिछले हफ्ते इलाहाबाद हाईकोर्ट ने देश व विदेशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के प्रसार को देखते हुए प्रधानमंत्री और चुनाव आयुक्त से यूपी विधानसभा चुनाव कुछ समय के लिए टालने का आग्रह किया है। कोर्ट ने कहा कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में लोगों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए राजनीतिक दलों की भीड़ एकत्रित करने वाली चुनावी रैलियों पर रोक लगाई जाए।
कोर्ट ने सुझाव दिया कि राजनीतिक दलों से चुनाव प्रचार टीवी व समाचार पत्रों के माध्यम से करने को कहा जाए। साथ ही प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि राजनीतिक दलों की चुनावी सभाओं व रैलियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएं। यह भी कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव टालने पर भी विचार करें क्योंकि जान है तो जहान है।