देश में ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता जा रहा है। देश की राजधानी दिल्ली समेत कई राज्य सरकारें नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर चुके हैं। वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना केस में बढ़ोत्तरी हुई है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर दो हफ्ते ऐसे ही चलता रहा तो देश में तीसरी लहर आनी निश्चित है। इसलिए सभी लोगों को सावधानी बरतने की जरुरत है। उधर, ये साल का आखिरी महीना है तो एक्सपर्ट्स न्यू ईयर सेलिब्रेशन को लेकर भी चिंतित हैं। उनका कहना है कि इन संभावनाओं के बीच देश में कोरोना महामारी का खतरा और बढ़ सकता है।
महामारी विशेषज्ञ और स्वास्थ्य प्रणाली विशेषज्ञ डॉ. चंद्रकांत लहरिया का मानना है, “आगामी एक और दो सप्ताह में कोरोना केस की वृद्धि यह स्पष्ट कर देगी कि देश में कोरोना की नई लहर आएगी या नहीं? फिलहाल मुंबई जैसे महानगर के अधिकारियों को कोरोना महामारी को लेकर सचेत रहने की जरुरत है।”
डॉ. लहरिया ने कहा कि इस वक्त देश में कोरोना महामारी को लेकर अलग ही माहौल है, दिल्ली और मुंबई में कोरोना केस में बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन अगर देश के आंकड़ों की बात करें तो ये आंकड़ा उतना खतरनाक नहीं लगता। हालांकि ये आंकड़े फिर भी डराने वाले हैं।
मुंबई की हालत चिंताजनक
मुंबई में कोरोना के औसत दैनिक मामलों में वृद्धि चिंताजनक है। दिसंबर के पहले सप्ताह में शहर के औसत दैनिक मामले 185 थे। दूसरे सप्ताह (7-14 दिसंबर) में यह संख्या बढ़कर 212 और तीसरे सप्ताह (15-21 दिसंबर) में 270 हो गई। चिंता की बात यह है कि 22 से 26 दिसंबर के बीच मुंबई में पांच दिन का औसत 671 पर पहुंच गया जो पिछले सप्ताह की तुलना में 148% अधिक है।
वहीं, महामारी विज्ञानी डॉ. जयप्रकाश मुलियिल जो भारत में टीकाकरण के राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के सदस्य भी हैं, ने कहा, “अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन के कारण कोरोना केस में बढ़ोत्तरी हो रही है। अगर हम इन नंबरों पर गौर करें तो तो यह एक नई लहर की शुरुआत का संकेत है। लेकिन हमें इंतजार करना चाहिए और आगे के रुझान देखने चाहिए।”
डॉ. मुलियिल के अनुसार, जो मायने रखता है वह यह है कि क्या लहर का कोई परिणाम है? उन्होंने कहा, “विश्व स्तर पर ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा की जगह ले रहा है, लेकिन यह एक हल्की बीमारी पैदा कर रहा है और इससे अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है। भारत में वायरस के साथ-साथ टीकाकरण के प्रति प्रतिरोधक क्षमता को देखते हुए यह संभावना कम है कि देश में तीसरी लहर आए।”
महाराष्ट्र के कोविड -19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी ने कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर शहर की मौजूदा स्थिति उत्सव और शादी के मौसम के कारण है। उन्होंने कहा, ” कोरोना केस में बढ़ोत्तरी का कारण शादी समारोह, क्रिसमस और आगामी न्यू ईयर लग रहा है। अभी के लिए कोरोना केस में बढ़ोत्तरी स्वाभाविक है। हालांकि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।”