Human Trailer: ‘मेडिकल वर्ल्ड’ के काले कारनामों का कच्चा चिट्ठा है ‘ह्यूमन’, शेफाली शाह- कीर्ति कुल्हारी और विशाल जेठवा ने किया एक्साइटिड

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डॉक्टर्स को भगवान का दर्जा दिया जाता है, लेकिन क्या होता है जब मेडिकल की दुनिया के काले रहस्य सामने आएं तो…. , क्या इसका खुलासा हो पाएगा या फिर इंसान झूठ- धोखे के खतरनाक जाल में फंस जाएगा? डिज़्नी+ हॉटस्टार (DisneyPlus Hotstar) पर जल्दी ही वेब सीरीज ह्यूमन (Human) रिलीज होगी, जिसका ट्रेलर रिलीज हो गया है। ह्यूमन में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री शेफाली शाह, अभिनेत्री कीर्ति कुल्हारी के साथ विशाल जेठवा, राम कपूर, सीमा बिस्वास, आदित्य श्रीवास्तव और मोहन अगाशे प्रमुख किरदारों में नजर आएंगे। ह्यूमन के ट्रेलर की खास बात ये है कि इसे देखने के बाद आप भी एक बार को मेडिकल वर्ल्ड के बारे में सोचने पर मजबूर हो जाएंगे।

14 जनवरी को रिलीज होगी ह्यूमन

‘ह्यूमन’ के ट्रेलर में सस्पेंस, थ्रिलर, दवाओं की दुनिया, हत्या, रहस्य, वासना और हेरफेर की मनोरंजक कहानी देखने को मिलती है। विपुल अमृतलाल शाह और मोज़ेज़ सिंह द्वारा निर्देशित, डिज़नी+ हॉटस्टार स्पेशल सीरीज़ को मोज़ेज़ सिंह और इशानी बनर्जी ने लिखा है। सनशाइन पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड के विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्मित आगामी मेडिकल थ्रिलर ड्रामा 14 जनवरी 2022 रिलीज़ के लिए तैयार है और हुलु (Hulu) पर भी उपलब्ध होगी।

क्या बोलीं शेफाली शाह

सीरीज़ में डॉ. गौरी नाथ की मुख्य भूमिका निभा रही अभिनेत्री शेफाली शाह ने कहा, ‘एक सीरीज़ के रूप में ह्यूमन आज के समय में अत्यंत प्रासंगिक और संबंधित है। जब मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी, तो मैं हमारे वर्तमान परिदृश्य, अस्पतालों और वैक्सीन परीक्षणों की दुनिया की कल्पना कर पा रही थी। गौरी नाथ ऐसी शख्सियत हैं जिनसे आप शायद ही कभी मिलते हों। यह मेरे द्वारा निभाए गए सबसे जटिल पात्रों में से एक है, और पूरी तरह से मेरे कम्फर्ट ज़ोन से परे है। ह्यूमन भावनाओं, कार्यों और परिणामों का पिटारा है। और आप कभी नहीं जान पाएंगे कि इसकी जटिलताओं की गहराइयों से कैसे प्रभावित होते है।’

क्या बोले ह्यूमन के निर्देशक मोज़ेज़ सिंह

इसके साथ ही निर्देशक और लेखक मोज़ेज़ सिंह ने ह्यूमन की पटकथा पर काम करने के अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, ‘ह्यूमन एक ऐसी श्रृंखला है जो जीवन और मृत्यु पर एक बहुत ही अनोखा पहलू पेश करती है। यह मानव जीवन के मूल्य पर सवाल उठाता है और ह्यूमन अपने दुःख, अपराधबोध और शर्म से भागने के लिए किस हद तक जा सकते है, यह दिखाया गया है। इसके नतीजे, शामिल लोगों के जीवन पर अत्यधिक प्रभाव डाल सकते हैं, उन सभी के बीच बढ़ते ड्रामा और संघर्ष पैदा कर सकते हैं और कथा को वास्तव में विस्फोटक होने की इजाजत दे सकते हैं। अपनी सह-लेखक इशानी बनर्जी और बाकी राइटर्स रूम के साथ उपरोक्त सभी चीजों को एक्सप्लोर करना एक सच्चा सम्मान था और मुझे मौका देने के लिए मैं सनशाइन पिक्चर्स का बहुत आभारी हूं। यह मेरे लिए एक इंटेंस प्रोजेक्ट था क्योंकि इसमें कई एलिमेंट हैं जो मेरे साथ प्रतिध्वनित होते हैं। व्यक्तिगत स्तर पर और इसलिए मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए लगातार प्रेरित और दृढ़ था। हमने जो दिया है उस पर मुझे गर्व है।’

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