कोरोना की तीसरी लहर का कहर मुंबई पर तेज हो गया है। गुरुवार को शहर में 20 हजार के करीब नए केस मिले हैं। अभी तीसरी लहर का पीक आना बाकी बताया जा रहा है और उससे पहले यह हालत चिंताएं बढ़ाने वाली है। 20,181 नए केस पाए गए हैं, जो डेल्टा वैरिएंट के चलते आई दूसरी लहर के पीक में मिले 11,206 केसों के मुकाबले 75 फीसदी ज्यादा हैं। यही नहीं मुंबई का डेली पॉजिटिविटी रेट भी तेजी से बढ़ते हुए 30 फीसदी हो गया है। इसका अर्थ यह हुआ कि मुंबई में जिन लोगों की कोरोना टेस्टिंग की जा रही है, उनमें से हर तीसरा शख्स पॉजिटिव मिल रहा है।
मुंबई में कोरोना केसों में आई तेजी के चलते महाराष्ट्र में आंकड़ा बहुत बढ़ गया है। राज्य में कोरोना के केसों का कुल आंकड़ा 36,265 हो गया है, जो बीते 8 महीनों का उच्चतम स्तर है। इससे पहले 14 मई को राज्य में 39,923 केस थे। इस तरह से देखें तो महाराष्ट्र अब कोरोना की दूसरी लहर के पीक को पार करने की ओर है। चिंता की बात यह है कि एशिया के सबसे बड़े स्लम एरिया कहे जाने वाले धारावी में भी कोरोना का विस्फोट हो रहा है। गुरुवार को धारावी में एक ही दिन में 107 नए केस पाए गए हैं। कोरोना की शुरुआत के दौर से अब तक धारावी में एक दिन में मिले केसों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है।
महाराष्ट्र में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे आंकड़े डराने वाले हैं, लेकिन राहत की बात यही है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या अब भी कम है। यही वजह है कि सरकार बहुत ज्यादा पाबंदियां लगाने पर विचार नहीं कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, ‘लोकल ट्रेनों को बंद करने पर फिलहाल कोई विचार नहीं चल रहा है। इसके अलावा एक से दूसरे जिले में जाने को लेकर भी कोई पाबंदी लगाने पर विचार नहीं चल रहा है।’ हालांकि मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा था कि यदि शहर में 20 हजार से ज्यादा नए कोरोना केस मिलते हैं तो फिर लॉकडाउन लगाया जा सकता है।