भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की मुस्लिम शाखा, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) भी इन पांचों राज्यों में मुस्लिम मतदाताओं से बीजेपी के लिए वोट मांग रही है। इस दौरान आरएसएस ने कहा कि भगवा पार्टी अल्पसंख्यक समुदाय की सबसे बड़ी शुभचिंतक है।
एमआरएम के राष्ट्रीय संयोजक शाहिद सईद ने कहा, “मुस्लिम मतदाताओं तक पहुंचने के लिए लगभग 400 मेहनती कार्यकर्ता भाजपा के साथ काम करेंगे। इन कार्यकर्ताओं का नेतृत्व सात अन्य नामित सदस्य करेंगे। वे सभी आरएसएस के मुस्लिम विंग में विभिन्न विभागों के प्रमुख हैं।”
सईद ने कहा, “योगी-मोदी सरकार द्वारा किए गए सभी कार्यों पर जन जागरूकता कार्यक्रम होंगे। आज एक बैठक के दौरान आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने एक ‘अपील पत्र’ जारी किया है जिसमें भाजपा सरकारों और राज्यों द्वारा कल्याण के लिए लागू विभिन्न योजनाओं को सूचीबद्ध किया गया है। भगवा पार्टी मुस्लिम समुदाय की सबसे बड़ी शुभचिंतक है।”
उन्होंने कहा, “सात सदस्यीय टीम में महिला विंग की राष्ट्रीय संयोजक शालिनी अली, मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष और हिंदुस्तान फर्स के संयोजक बिलाल उर रहमान, यूपी राज्य संयोजक डॉ इमरान चौधरी, दिल्ली राज्य संयोजक हाफिज सबरीन, ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ माजिद तल्लीकोटी, कर्नाटक के राष्ट्रीय संयोजक प्रभारी खुर्शीद रजाक्का, मेवात विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और एमआरएम यूथ विंग के राष्ट्रीय संयोजक निश जाफरी शामिल हैं। यह टीम 400 कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करेगी।”
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 7 मार्च तक 7 चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। वहीं, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को मतदान होगा और मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होगा। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।