भारत को पार्ल के बोलैंड पार्क में खेले गए पहले वनडे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 31 रन का हार का सामना करना पड़ा। इस हार के चलते मेहमान टीम सीरीज में 0-1 से पीछे हो गई। हार की एक बड़ी वजह टीम इंडिया के मध्यक्रम का न चल पाना भी रहा। मध्यक्रम में सूर्यकुमार यादव की जगह ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया, जो वनडे में अपना डेब्यू करने उतरे। वेंकटेश ऑलराउंडर हैं और बाएं हाथ के बल्लेबाज होने के साथ ही मध्यम तेज गेंदबाजी भी करते हैं। हालांकि इस मैच में उनसे गेंदबाजी नहीं कराई गई, जिसकी काफी आलोचना हो रही है। मैच के बाद ओपनर शिखर धवन ने इसका जवाब दिया है। उन्होंने बताया कि क्यों वेंकटेश अय्यर से गेंदबाजी नहीं कराई गई।
धवन ने कहा, ‘वेंकटेश अय्यर को गेंदबाजी नहीं दी गई क्योंकि विकेट पर टर्न था और स्पिनर अच्छा कर रहे थे। बीच में तेज गेंदबाजों का ज्यादा इस्तेमाल नहीं हुआ और स्पिनर्स गेंदबाजी कर रहे थे। बीच के ओवरों में जब विकेट नहीं गिर रहा था तो हमारी सोच मुख्य गेंदबाजों को वापस लाने की थी, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके। अंत में हमारे स्पिनरों की तरह हमारे मुख्य गेंदबाजों को लाना जरूरी था।’
दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट पर 296 रन का स्कोर बनाया, इसके जवाब में भारतीय टीम 8 विकेट पर 265 रन ही बना सकी। मेहमान टीम के लिए धवन ने ही सर्वाधिक 79 रन बनाए। उन्होंने 84 गेंदों पर 10 चौके लगाए। यह पूछे जाने पर कि जब शीर्ष क्रम विफल हो जाता है तो वह युवा भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाजों का कैसे मार्गदर्शन करते हैं, इस पर उन्होंने कहा, ‘आपको मैच की स्थिति के अनुसार खेलने की जरूरत है, हमेशा टीम को पहले रखना चाहिए। आपका व्यक्तिगत खेल महत्वपूर्ण है लेकिन साथ ही साथ यह जानना भी जरूरी है कि आप टीम के लिए अपने खेल को कैसे बदल सकते हैं।’