इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन का मानना है कि विराट कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने के फैसले का एक कारण जैव सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) का कठोर जीवन हो सकता है और उन्होंने तीनों प्रारूपों की कप्तानी रोहित शर्मा को सौंपने की वकालत की। कोहली ने दक्षिण अफ्रीका से भारत की 1-2 सीरीज हारने के बाद टेस्ट कप्तानी से हटकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया था। उन्होंने पिछले साल विश्व कप के बाद टी20 टीम की कप्तानी छोड़ दी थी और बाद में उन्हें एकदिवसीय टीम के कप्तान पद से हटा दिया गया था। इस बीच भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ उनके रिश्ते भी तनावपूर्ण रहे।
पीटरसन ने पत्रकारों से कहा, ”जो लोग आज के जमाने के खिलाड़ियों की आलोचना करते हैं, मुझे लगता है कि वे मूर्ख हैं क्योंकि बायो बबल में खेलना बहुत मुश्किल है।” उन्होंने कहा, ”किसी के प्रति कठोर रवैया अपनाना, आलोचना करना अनुचित होगा। आपने विराट कोहली को नहीं देखा है। कोहली को दर्शकों की जरूरत है। वह ऐसे माहौल में अच्छा प्रदर्शन करता है।”
पीटरसन ने कहा, ”मेरी निजी राय है कि उनके जैसे खिलाड़ी के लिए इस बायो बबल में अपनी क्षमताओं का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना मुश्किल है।” कोहली के सभी प्रारूपों की कप्तानी छोड़ने से पीटरसन हैरान नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ”कई खिलाड़ियों को नुकसान हुआ है। यह (खेलना) दुनिया का सबसे अच्छा काम है, लेकिन जब आप बायो बबल में खेलते हैं, तो निश्चित रूप से यह सबसे अच्छा काम नहीं रह जाता है क्योंकि इसमें कोई आनंद नहीं है।”
उन्होंने कहा, ”आप (भारत) इतने भाग्यशाली हैं कि आपके पास कप्तान के लिए बहुत सारे विकल्प हैं। रोहित शर्मा एक महान लीडर हैं, मुझे उनके द्वारा दिए गए अधिकार से प्यार है। वह शानदार निर्णय लेते हैं और हमने उन्हें साथ देखा है। मुझे हिटमैन रोहित शर्मा पसंद है। वह शानदार खिलाड़ी है। मैं हमेशा उसकी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाता हूं। उसकी कप्तानी में मुंबई इंडियन्स ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, इसलिए वह कप्तानी की दौड़ में सबसे आगे है।”