यूपी का विधानसभा चुनाव धीर-धीरे अगड़ा-पिछड़ा और दलित-ओबीसी पर केंद्रीय होता दिखाई दे रहा है। पहले समाजवादी पार्टी ने पिछड़ों और दलितों के साथ अन्याय को मुद्दा बनाया, फिर योगी सरकार के तीन मंत्रियों और कई विधायकों ने इसी मुद्दे पर इस्तीफे देकर भाजपा से भी किनारा कर लिया। इसी को देखते हुए सीएम योगी ने खिचड़ी पर दलित परिवार के यहां भोजन किया। अब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नसीहत दी कि पार्टी पदाधिकारी दलितों-पिछड़ों के मन की बात सुनें।
नड्डा ने कहा कि दलित बस्तियों में जाकर समाज के लोगों से संपर्क और संवाद करें। उन्होंने कहा कि इस बार भी 300 प्लस सीटें लानी हैं। चुनावी रैली न होने से पन्ना प्रमुख से लेकर पदाधिकारियों तक की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ गई है। इसलिए ‘न कोई घर छूटे न कोई वोटर’ की रणनीति पर काम करना होगा।
जेपी नड्डा शुक्रवार को ब्रज क्षेत्र की 40 विधानसभा सीटों के पदाधिकारियों की स्थानीय होटल में बैठक को संबोधित कर रहे थे। करीब तीन घंटे चली बैठक में पार्टी अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा। उन्हें जीत के मंत्र दिए। कहा कि भगवा परचम लहराने के लिए भाजपा दलित और पिछड़े मतदाताओं पर विशेष फोकस रखेगी।
सभी इस बात का विशेष ख्याल रखें कि उनसे संवाद और संपर्क निरंतर बना रहे। पहले उनकी बात सुनें और फिर अपनी बात कहें। 80 प्रतिशत उन्हें बोलने का मौका दें और 20 फीसदी अपनी बात कहें। नड्डा ने कहा कि समाज के प्रभावशाली लोगों से संपर्क करें और प्रमुख लोगों की सूची तैयार करें। उन्होंने बूथ प्रबंधन, सख्त मानीटरिंग, क्रास मानीटरिंग और महिलाओं से महिलाओं के माध्यम से सतत संपर्क करने की नसीहत के साथ प्रत्याशियों को दिल बड़ा करने की बात कही। इससे पहले उन्होंने शहर के प्राचीन राजेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना भी की।