उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले सूबे की सियासी फिजा में तंज का तीखा दौर जारी है। यूपी कांग्रेस की प्रभारी और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी एक बार फिर व्यंग्य बाण की शिकार हो गई। दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होने में अब सिर्फ 20 दिन बाकी रह गए हैं। ऐसे में सीएम चेहरे को लेकर कांग्रेस पार्टी से लगातार सवाल पूछा जाता रहा है। प्रियंका गांधी ने कह दिया कि वह भी सीएम चेहरा हो सकती है। हालांकि उन्होंने बाद में स्पष्ट किया कि पार्टी मुख्यमंत्री का चेहरा तय करेगी। यह कांग्रेस पार्टी का तरीका है।
इसके बाद योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रियंका गांधी को घेरा है। उन्होंने कहा, प्रियंका गांधी वाड्रा ने कल कहा कि मैं उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की तरह से मुख्यमंत्री का चेहरा हूं और आज उस बात से पलट गई हैं। तो साफ है कि ‘मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ नारा उनका खोखला है। पहले आप अपने नारे को सिद्ध करके दिखाएं।’
प्रियंका गांधी ने एक टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मैं यूपी का महासचिव हूं, यूपी की जिम्मेदारी मेरी है और मैं इससे निपट रही हूं। तो क्या यह मान लेना सुरक्षित है कि प्रियंका गांधी कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होगी?”मैंने स्पष्ट रूप से कहा है कि ऐसा नहीं है। मुझे नहीं लगता कि यह मान लेना उचित है। मैं लड़ने पर विचार कर रही हूं। चर्चा जारी है। जब हम कुछ आम सहमति पर आते हैं, हम आपको बताएंगे।
आपको बता दें कि एक बार पहले प्रियंका गांधी ने 2019 में राष्ट्रीय चुनाव से महीनों पहले और औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल होने के बाद चुनाव लड़ने की बात कही थी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा था कि अगर (मेरी) पार्टी चाहती है तो मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं।
उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से सात चरणों में मतदान होगा। परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे। यूपी में चुनाव को ज्यादातर योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली बीजेपी और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के बीच द्विध्रुवीय रूप से देखा जा रहा है।