महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने रविवार को कहा कि माता-पिता अपने फैसले खुद लें और अपने बच्चों को तभी स्कूल भेजें जब उन्हें लगे कि ऐसा करना सुरक्षित है। वहीं, राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने गुरुवार को कहा था कि महाराष्ट्र में कक्षा 1 से 12 तक के स्कूल 24 जनवरी को COVID-19 प्रोटोकॉल के साथ फिर से खोले जाने हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान ठाकरे ने कहा कि भले ही हम कल यानी सोमवार से स्कूल फिर खुल रहे हैं, लेकिन छात्रों का स्कूल आना अनिवार्य नहीं है। माता-पिता इस संबंध में अपने निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं और उन्हें अपने बच्चों को तभी स्कूल भेजना चाहिए जब उन्हें लगता है कि यह सुरक्षित है।
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा मध्य वैतरणा बांध पर बनाए गए 100 मेगावाट बिजली उत्पादन संयंत्र के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी राय में, यह एक नगरपालिका द्वारा बनाया गया पहला बिजली उत्पादन संयंत्र है। शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की 96वीं जयंती के अवसर पर एक अक्षय हाइब्रिड ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया गया।
महाराष्ट्र में कोरोना केस
महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 40,805 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 75,07,225 हो गए। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले एक दिन में महामारी से 44 मरीजों की मौत हो गई जिससे राज्य में महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या 1,42,115 हो गई है। अधिकारी ने बताया कि आज कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से जुड़ा कोई मामला सामने नहीं आया।
पार्टी के संस्थापक और अपने पिता बाल ठाकरे की 96 वीं जयंती पर शिवसैनिकों को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ने सत्ता के माध्यम से हिंदुत्व के एजेंडे को आगे लेने के जाने के लिए भाजपा से हाथ मिलाया था। उन्होंने कहा, ” शिवसेना ने भाजपा के साथ गठजोड़ किया था क्योंकि वह हिंदुत्व के लिए सत्ता चाहती थी। शिवसेना ने सत्ता की खातिर कभी हिंदुत्व का इस्तेमाल नहीं किया।” उन्होंने कहा, ” शिवसेना ने हिंदुत्व को नहीं बल्कि भाजपा को छोड़ दिया । मैं मानता हूं कि भाजपा का अवसरवादी हिंदुत्व बस सत्ता के लिए है। ” उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन में जो 25 साल निकाले वह ‘बर्बाद’ चले गये।