यूपी विधानसभा के पहले चरण के लिए 10 फरवरी को मतदान होने वाला है। जाहिर है हर राजनीतिक दल ने यूपी के चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आज पीएम नरेन्द्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मेरठ, गाजियाबाद, अलीगढ़, हापुड़ और नोएडा के मतदाताओं को सम्बोधित किया।
इस कार्यक्रम को जन चौपाल उत्तर प्रदेश का नाम दिया गया है। जनचौपाल को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि उत्तर प्रदेश के लोगों ने ये मन बना लिया है कि दंगाइयों, माफियाओं को पर्दे के पीछे रहकर के प्रदेश की सत्ता हथियाने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद यूपी ने अनेक चुनाव देखे हैं, अनेक सरकारें बनती-बिगड़ती देखी हैं। लेकिन ये चुनाव सबसे अलग है। ये चुनाव सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि की पहचान को बनाए रखने के लिए है। ये चुनाव हिस्ट्रीशीटर्स को बाहर रखने और नई हिस्ट्री बनाने के लिए है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले जो सरकार थी, उसने एक्सप्रेसवे के नाम पर कैसी लूट मचाई, ये आप मुझसे ज़्यादा जानते हैं। योगी जी की सरकार में पूर्वांचल और दिल्ली-मेरठ एक्स्प्रेसवे पूरे हो चुके हैं। इनका विकास कागजी था, ये सिद्ध हो चुका है कि ये समाजवादी भी सिर्फ और सिर्फ परिवारवादी हैं। 5 साल पहले तक ये माफियावादी केंद्र की योजनाओं का लाभ यूपी के गरीब, दलित, पिछड़े तक नहीं पहुंचने देते थे। केंद्र की योजनाओं में उनकी मनमानी नहीं चलती थी, भ्रष्टाचार नहीं चलता था इसलिए ये उन योजनाओं में ब्रेक लगाकर रखते थे।
पीएम ने कहा कि अगर इन्हें मौका मिल गया तो किसानों को मिल रही हज़ारों करोड़ की मदद ये परिवारवादी नकली समाजवादी बंद करा देंगे। किसानों के बैंक अकाउंट में जो एमएसपी का पैसा जा रहा है, ये नकली समाजवादी उसे रोक देंगे। कोरोना काल में जो मुफ्त राशन मिल रहा है, ये नकली समाजवादी आपको भूखा छोड़ेंगे। ये मध्यम वर्ग की जेब पर डाका डालकर रियल एस्टेट माफिया को दे देंगे। नोएडा-गाजियाबाद के लोगों से बेहतर इन्हें कौन जानता है?राशन माफिया से लेकर कमीशन माफिया तक, ठेका माफिया से लेकर खनन माफिया तक, नकली समाजवादी, फिर पुराने अवतार में आने के लिए तैयार बैठे हैं।
जनचौपाल में सीएम योगी गोरखपुर से जुड़े। इस कार्यक्रम के थोड़ी ही देर पहले उन्होंने गोरखपुर सीट से अपना नामांकन किया। नामांकन के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी सीएम योगी के साथ मौजूद थे। जनचौपाल में सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने 21 चीनी मिले बेची थीं लेकिन पिछले 5 वर्ष में उत्तर प्रदेश में कोई चीनी मिल नहीं बिकी। इन 5 वर्षों में कोरोना कालखंड के दौरान भी सभी 119 चीनी मिलों का संचालन हुआ।