उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां जोरो शोरों से प्रचार कर रही हैं। उत्तर प्रदेश में इस साल 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में मतदान होना है। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी। हालांकि 10 मार्च को आने वाले असली नतीजे ही तय करेंगी की उत्तर प्रदेश में किसकी सरकार होगी। क्या अखिलेश वापसी करेंगे या योगी सत्ता की गद्दी पर बरकरार रहेंगे। लेकिन चुनाव से पहले हम आपके लिए कुछ दिलचस्प आंकड़े लेकर आए हैं। ये आंकड़े हैं पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी और उससे सटे 5 जिलों को लेकर।
जिसने जीतीं इनमें से आधी सीटें उसकी बनी सरकार!
वाराणसी व इससे सटे पांच जिले- जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, मिर्जापुर और भदोही- ऐसे जिले हैं जिनकी जिनके विधानसभा क्षेत्र यूपी चुनाव में खासा असर डाल सकते हैं। इन जिलों में विधानसभा की कुल 36 सीटें हैं। पूर्वांचल का ये इलाका पीएम मोदी का गढ़ माना जाता है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से दो बार के सांसद हैं।
कहते हैं कि इनमें जिसने भी आधी सीटें जीती, समझ लो यूपी में उसकी सरकार बन गई। 2007 में जब मयावती के नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनी तो उसने इन 36 में से 20 सीटें पर कब्जा किया था।
2007 के बाद जब 5 साल बाद यानी 2012 के विधानसभा चुनाव हुए तो मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी को 21 सीटें मिलीं थीं। सपा ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी और मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाया था।
मया-अखिलेश के बाद भाजपा ने मारी बाजी
2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी बिना किसी चीएम चेहरे के चुनाव लड़ी थी। लेकिन इसके बावजूद पार्टी इन 5 जिलों की 36 में से 21 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। पूर्ण बहुमत पाने वाली भाजपा ने बाद में योगी आदित्यनाथ को यूपी का मुख्यमंत्री बनाया। इसलिए अगर यूपी के पिछले तीन विधानसभा चुनावों को देखें तो आंकड़ें काफी कुछ कहते हैं। इस लिहाज से 2022 के विधानसभा चुनावों में भी इन सीटों पर खासा नजर रहेगी।
यूपी की 403 विधानसभा सीटों पर 7 चरणों में मतदान
उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। राज्य में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 1,74,351 होगी और लगभग 15 करोड़ से अधिक मतदाता इस चुनाव में मतदान करने के पात्र होंगे।