दिल्ली के यश धुल भारत को अंडर-19 वर्ल्ड कप जिताने वाले पांचवें भारतीय कप्तान बन गए हैं। धुल की कप्तानी में भारत की युवा टीम ने शनिवार रात एंटीगा के सर विविययन रिचर्ड्स क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए फाइनल में इंग्लैंड को 4 विकेट से धूल चटाकर पांचवीं बार अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब जीता। भारत ने इससे पहले, 2000 में मोहम्मद कैफ की कप्तानी में, 2008 में विराट कोहली की कप्तानी में, 2012 में उन्मुक्त चंद की कप्तानी में और 2018 में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था। इन 5 भारतीय कप्तानों में से 3 कप्तान दिल्ली के हैं, जिसमें धुल के अलावा विराट कोहली और उन्मुक्त चंद शामिल हैं। खिताबी पंच लगाने के बाद कप्तान यश धुल ने कहा कि उन्हें अपने खिलाड़ियों पर बहुत भरोसा है। उन्होंने साथ ही कहा कि वे लकी थे कि उनके साथ कई शानदार कोच जुड़े हुए थे।
यश धुल की टीम जब अंडर-19 वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठा रही थी तो उसके पीछे ‘चक दे इंडिया..; गाना चल रहा था। धुल ने मैच के बाद कहा, ‘मेरे लिए यह एक गर्व का पल है। इंडिया के लिए इस ट्रॉफी को जीतना खास रहा है। हम सभी खिलाड़ी और कोच ने हमारे कैंप में बढ़िया माहौल बना कर रखा था। हम ठंडे दिमाग से आज खेल रहे थे और हमें हमारे खिलाड़ियों पर हमें बहुत भरोसा है। इंग्लैंड ने आज के मैच में बढ़िया वापसी की लेकिन निशांत सिंधू और रशीद ने काफी बढ़िया बल्लेबाजी की। हम लकी थे कि हमारे पास इतने महान कोच थे, जिसमें ऋषिकेश कानितकर,साईराज बहुतुले और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी शामिल थे।’
इंग्लैंड के कप्तान ने क्या कहा
इंग्लैंड के कप्तान टॉम प्रेस्ट फाइनल में मिली हार के बाद काफी निराश दिखाई दिए। उन्होंने हालांकि टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के अपने फैसले का बचाव किया। प्रेस्ट ने कहा, ‘हमने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हालांकि हमें बढ़िया शुरुआत नहीं मिली। जेम्स रू ने आज एक बढ़िया पारी खेली लेकिन दुर्भाग्य से वह शतक नहीं बना पाए। हमारे पास एक शानदार बोलिंग अटैक है और हमें लगा कि हम इस स्कोर को डिफेंड करने में कामयाब हो सकते हैं। यह टूर्नामेंट काफी बढ़िया रहा है। हमने अपने उम्र के सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का सामना किया है, जिससे हमें काफी कुछ सीखने को मिला है।’