कर्नाटक में हिजाब विवाद अभी थमा नहीं है। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री बसवाराज बोम्मई शुक्रवार को इस मुद्दे पर एक हाई-लेवल मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में सभी मंत्री और राज्य के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री इस बैठक में इस विवाद को लेकर जमीनी हालात की समीक्षा करेंगे।
मीडिया को जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘सरकार की जिम्मेदारी है कि वो राज्य में कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करे। सभी मंत्रियों, डिप्टी कमिश्नरों, पुलिस अधीक्षकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के संग शुक्रवार को समीक्षा बैठक होगी जिसमें सभी जिलों में जमीनी हालात की जानकरी ली जाएगी। इसके मुताबिक जरूरी निर्देश भी दिये जाएंगे। मैं शिक्षा मंत्री और गृह मंत्री के साथ लगातार संपर्क में हूं। शीर्ष अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वो जिला और तालुक लेवल के अधिकारियों से लगातार संपर्क में रहें।’
सीएम ने आगे कहा, ‘जब तक हाईकोर्ट अपना फैसला नहीं देता तब तक राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। जब स्कूल दोबारा खुलेंगे तब किसी भी तरह हालात ना बिगड़ें इसे लेकर भी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। अफवाहों पर ध्यान ना देकर शांति बनाए रखें।
स्कूल को लेकर जो ड्रेस कोड जारी किये थे जिसकी वजह से राज्य में विवाद हुआ अब यह मामला हाईकोर्ट में है। उन्होंने राज्य के नागरिकों से अपील की है कि वो शांति बनाए रखें और अदालत के फैसले का सम्मान करें। सीएम ने कहा कि कुछ विजुअल क्लिप पिछले दो दिनों में सामने आएं हैं, लेकिन कोई भी किसी के उकसावे में ना आए।
बता दें कि हिजाब विवाद को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को राज्य में सभी स्कूलों और कॉलेजों को 3 दिनों तक बंद रखने का आदेश जारी किया। सोमवार से स्कूल तो खुलेंगे लेकिन अभी कॉलेजों के दोबारा खुलने की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है।
सीएम ने कहा, ‘चीफ जस्टिस ने आदेश दिीया है कि हाईकोर्ट की तीन सदस्यीय पीठ रोजाना मामले की सुनवाई करेगी और अपील भी की गई है कि जब तक फैसला नहीं आता शांति बनाए रखें। मुख्य न्यायाधीश ने निर्देश दिया है कि फैसला आने तक कोई भी धार्मिक कपड़े स्कूल और कॉलेजों में ना पहनें।