यूपी चुनाव के चौथे चरण के लिए आज मतदान हो रहा है। नेताओं और राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत पांचवें और छठवें चरण के लिए लगा दी है। इस बीच कल देवरिया पहुंचे भाजपा सांसद मनोज तिवारी का एक वीडियो वायरल हो रहा जिसमें वह रोड शो बीच में छोड़कर अचानक निकलते दिख रहे हैं। इस वीडियो को अलग-अलग दावों के साथ सोशल मीडिया में वायरल किया जा रहा है। लेकिन रोड शो में मौजूद लोगों और स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि ये सारे दावे गलत हैं।
दरअसल, वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि देवरिया के बरहज इलाके में मनोज तिवारी का विरोध हो रहा था। जबकि वहां मौजूद लोगों और पुलिस के मुताबिक सच यह है कि मनोज तिवारी हेलीपैड पहुंचने की जल्दी में वहां से बाइक पर निकले थे। असल में सूर्यास्त का समय नजदीक आ गया था और सूर्यास्त होने के बाद मनोज तिवारी का हेलिकॉप्टर टेक ऑफ नहीं कर पाता। इसी वजह से मनोज तिवारी रोड शो के दौरान बीच में ही उतरकर हेलीपैड जाने के लिए बाइक से निकल गए। इसमें वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने भी उनकी मदद की। लोगों का कहना है कि भीड़ मे शामिल तमाम लोग मनोज तिवारी के साथ सेल्फी लेना चाहते थे। पुलिस ने बीच में पड़कर उन्हें रोका और मनोज तिवारी को हेलीपैड के लिए रवाना किया।
गौरतलब है कि मंगलवार को मनोज तिवारी बरहज में भाजपा प्रत्याशी दीपक मिश्रा उर्फ शाका का चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। उनका हेलिकॉप्टर 4:45 बजे एस के इंटर कालेज के मैदान में उतरा। इसके बाद मनोज तिवारी एक खुली जीप में सवार हुए और रोड शो करने लगे। उन्होंने देर से आने के लिए जनता से माफी मांगी और गाना गाकर लोगों से बीजेपी उम्मीदवार को जिताने की अपील की। उधर, शाम ढलने लगी और बताया गया कि अंधेरा हो गया तो हेलिकॉप्टर उड़ नहीं पाएगा।
इसके बाद मनोज तिवारी जीप से उतर गए और एक कार्यकर्ता की बाइक पर सवार होकर हेलीपैड के लिए निकलने लगे। मनोज तिवारी को वहां से जाते देख बीजेपी लोग हल्ला करने लगे। लोग उन्हें रोककर उनके साथ सेल्फी लेना चाह रहे थे। तब पुलिस बीच में आई और मनोज तिवारी को बाइक से हेलीपैड तक पहुंचने में मदद दी।