यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के साथ यूक्रेन की पुलिस बर्बरता पर उतर आई है। रोमानिया बॉर्डर पर भारतीय छात्रों की बुरी तरह पिटाई की जा रही है ।यही नहीं विरोध करने पर डंडे भी बरसाए जा रहे हैं । यूक्रेन में फसीं एक छात्रा ने यूक्रेन पुलिस की बर्बरता की वीडियो उपलब्ध कराया है।
वहीं दूसरी तरफ, एक मेडिकल छात्रा ने अपनी आपबीती भी परिजनों को सुनाई है, जिसकी ऑडियो वायरल हो रही है। वायरल ऑडियो में हिंदुस्तान की मेडिकल छात्रा उनके साथ हो रहे जुल्म की दासता बयां करते हुए यूक्रेन पुलिस का बर्बर चेहरा सामने ला रही है। यूक्रेन में फंसे एमबीबीएस छात्रों को लेकर उत्तराखंड में उनके परिजन काफी चिंतित हैं।
यूक्रेन के ईवानों शहर से रोमानिया बॉर्डर पहुंचे भारतीय छात्रों के साथ नाइजीरिया और साउथ अफ्रीका के छात्रों ने हाथापाई कर आंखों में मिर्च स्प्रे कर दिया। जिससे मची भगदड़ में कई बच्चों के फोन और अन्य सामान छूट जाने से कई छात्राओं के चोटिल होने से परिजन चिंतित हैं।
भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के गढ़वाल मंडल प्रभारी प्रदीप त्यागी की भांजी तमन्ना त्यागी ने रात चार बजे फोन कर बताया कि भारतीय छात्रों को ईवानों शहर से रोमानिया बॉर्डर लाया गया है, जहां पहले छात्राओं को रोमानिया में एंट्री कराने के लिए लाइन लगवाई जा रही थी, लेकिन यहां नाइजीरिया एवं दक्षिणी अफ्रीका के छात्रों ने भारतीय छात्रों को रोमानिया में एंट्री करने से रोक दिया है।
भारतीय छात्रों के विरोध करने पर नाइजीरिया व दक्षिण अफ्रीका के छात्रों ने उनके साथ हाथापाई की। छात्राओं की आंखों में मिर्च पाउडर स्प्रे का छिड़काव कर दिया। जिससे वहां मची भगदड़ में उसकी एक मित्र का पैर टूट गया। तमन्ना त्यागी समेत कई छात्राओं के मोबाइल फोन व लगेज खो गए हैं। वह किसी सहेली के फोन से कॉल कर रही है।
उत्तराखंड के एमबीबीएस छात्र सहित 200 से ज्यादा लोग फंसे
उत्तराखंड सरकार ने यूक्रेन में फंसे 72 अन्य उत्तराखंडवासियों की लिस्ट केंद्र सरकार के पास भेजी है। अब तक कुल 226 लोगों की लिस्ट केंद्र सरकार के पास भेजी जा चुकी है। यूकेन संकट के बीच प्रदेश सरकार ने हेल्पलाइन जारी करते हुए, युद्धग्रस्त देश में फंसे उत्तराखंडवासियों के परिजनों से उनका विवरण देने को कहा है, ताकि उन्हें यूक्रेन से सुरक्षित वापस लाया जा सके।
इसके लिए डीआईजी पी रेणुका देवी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, साथ ही एसपी प्रमोद कुमार को सहायक नोडल अधिकारी नामित किया गया है। एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि शनिवार को 72 अन्य लोगों का विवरण एकत्रित कर विदेश मंत्रालय को भेजा गया है, इससे पहले शुक्रवार को 154 लोगों की लिस्ट केंद्र सरकार के पास भेजी गई थी।
इसके अलावा भी प्रदेश भर से कुछ और लोगों के वहां फंसे होने की जानकारी सामने आ रही है। इसे प्रमाणित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल यूक्रेन में सभी उत्तराखंडवासी सुरक्षित हैं, भारत सरकार के स्तर से सभी को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के तीन छात्र दिल्ली पहुंचे
यूक्रेन से लौटे उत्तराखण्ड के तीन छात्रों आशुतोष पाल, अदनान व खुशी सिंह का नई दिल्ली पहुंचने पर उत्तराखण्ड के अपर स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा ने स्वागत किया। इस अवसर पर छात्रों के अभिभावक और राज्य के सहायक प्रोटोकाल अधिकारी मनोज जोशी व दीपक चमोली भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड सरकार यूक्रेन में निवासरत उत्तराखंड के सभी छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिये भारत सरकार के लगातार सम्पर्क में है। विदेश मंत्रालय द्वारा यूक्रेन में रह रहे भारतीयों की सुरक्षित वापसी की व्यवस्था की जा रही है।