सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को जौनपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान परिवारवाद के आरोप पर पलटवार किया। अखिलेश ने कहा कि मैं भाजपा वालों के भाषण सुनता हूं। वो हमें घोर परिवारवादी कहते हैं। हम स्वीकार करते हैं कि हम परिवार वाले लोग हैं।
अखिलेश ने कहा कि हमारे जैसे परिवार वाले लोग जब कभी बाहर से अपने घर जाते हैं तो परिवार के लिए कुछ न कुछ सामान लेकर जाते हैं। बच्चों के लिए मिठाई लेकर जाते हैं। हम बाबा मुख्यमंत्री को एक सुझाव देना चाहते हैं। जब 10 तारीख के बाद आप अपने घर जाएं तो कम से कम अपने गुल्लू के लिए बिस्किट लेते जाना। अखिलेश ने लोगों से यह भी सवाल किया कि गुल्लू कौन है, आप जानते ही होंगे।
अखिलेश ने भाजपा को दुनिया की सबसे झूठी पार्टी करार देते हुए कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा करके सत्ता में आई भाजपा ने उनकी कमाई ही आधी कर दी है। खराब नीतियों का नतीजा है कि किसान परेशान हैं।
अखिलेश ने कहा कि कहने को तो भाजपा खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है लेकिन पांच साल का काम और जो उसने सपने दिखाए थे अगर उन चीजों का आकलन करेंगे तो पाएंगे कि दुनिया की सबसे झूठी पार्टी अगर कोई है तो भाजपा ही है।
अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए तंज भरे लहजे में कहा कि बाबा को आजकल नींद नहीं आ रही है। रात में 12-एक बजे उठ जाते हैं और धुआं मांगने लगते हैं कि धुआं लाओ तभी नींद आएगी। अभी कुछ दिन पहले मैंने उनके घर पुताई करने वालों को जाते हुए देखा। मैंने पूछा, कहां जा रहे हो तो उन्होंने कहा कि धुएं के काले धब्बे पोतने जा रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि आज बड़े-बड़े कारोबार इंटरनेट, मोबाइल फोन, कंप्यूटर से हो रहे हैं। प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद अगर सपा गठबंधन की सरकार बनी तो वह अपने नौजवानों को आने वाले समय की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार करेगी।
उन्होंने कहा कई ऐसे नौजवान है जो सुबह उठकर पुलिस और फौज की तैयारी कर रहे हैं हम उन गर्मी निकालने वालों से कहना चाहते हैं कि समाजवादी सरकार आएगी तो अपने नौजवानों के लिए भर्ती निकलने का काम होगा न केवल पुलिस में भर्ती होगी बल्कि फौज की भी भर्ती निकलवाने का काम समाजवादी सरकार में होगा।
अखिलेश ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण हमारे नौजवानों की उम्र निकल गई। हम सरकारी नौकरियों में आयु सीमा में छूट देंगे। इसके अलावा हम फौज के लिए भी दिल्ली से आग्रह करेंगे कि जब तीन साल फौज में भर्ती नहीं हुई है तो कम से कम आयु की सीमा में भी छूट हमारे नौजवानों को दी जाए।