पंजाब में भगवंत मान मुख्यमंत्री बन चुके हैं और चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी प्रदेश की सत्ता से बेदखल हो चुकी है। पंजाब कांग्रेस में चुनाव से पहले ही रार साफ दिख रही थी। चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने मान को बधाई देते हुए चन्नी पर निशाना साधा था तो अब पार्टी के एक और नेता सुनील जाखड़ ने भी इशारों ही इशारों में चन्नी पर निशाना साधा और कहा कि पंजाब को ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए था जो रिमोट से संचालित न हो।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने रविवार को कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली में अपनी आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की छाया से बाहर निकल रहे हैं और यह राज्य के लिए अच्छा है। जाखड़ ने कहा कि यह अच्छा है क्योंकि पंजाब को ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए जोकि ”रिमोट द्वारा संचालित” होने के बजाय स्वतंत्र हो।
हालिया पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 117 सीटों में से 92 सीटें जीतीं जबकि कांग्रेस के खाते में केवल 18 सीट गईं। कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष जाखड़ ने ट्वीट कर कहा कि ऐसा लगता है कि भगवंत मान पहले ही अपनी पार्टी के दिल्ली आलाकमान के प्रभाव से बाहर आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के मंत्रियों के शपथग्रहण समारोह में पार्टी के दो दिग्गज नेताओं की अनुपस्थिति इसका संकेत देती है।
जाखड़ ने कहा, ” यह अच्छा है क्योंकि पंजाब को ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए जोकि ”रिमोट द्वारा संचालित” होने के बजाय खुद मुख्तियार (स्वतंत्र) हो।” गौरतलब है कि इससे पहले तिवारी ने ट्वीट कर भगवंत मान को पंजाब का नया सीएम बनने की बधाई देते हुए कहा था कि उन्हें भगवंत मान के शपथ ग्रहण समाहरोह में आने का न्यौता मिला। लेकिन विडंबना ये है कि उन्हें चरणजीत सिंह चन्नी के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं बुलाया गया जबकि वो उन्हीं की पार्टी के विधायक थे।