रूस द्वारा यूक्रेन पर करीब एक महीने से आक्रमण जारी है। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फरवरी में अपने सभी निजी कर्मचारियों को इस डर से बदल दिया था कि उन्हें जहर दिया जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह साफ नहीं है कि यूक्रेन में सैन्य अभियान को मंजूरी देने से पहले या बाद में कर्मचारियों को बदला गया था। खबरों के मुताबिक जिन लोगों को बर्खास्त किया गया उनमें रसोइया, धोबी, अंगरक्षक आदि शामिल हैं।
पुतिन को राष्ट्रपति पद से हटाने की योजना?
डेली मेल ने यूक्रेनी खुफिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया है कि पुतिन को जहर दिए जाने का एकदम से निराधार नहीं है क्योंकि मॉस्को के एलिट अधिकारी पुतिन को ‘जहर’ देने और इसे एक दुर्घटना के रूप में बताने की साजिश रच रहे हैं। डेली मेल की रिपोर्ट में बताया गया है कि रूस में प्रभावशाली लोगों के एक ग्रुप ने कथित तौर पर पुतिन को राष्ट्रपति पद से हटाने की योजना बनाना शुरू कर दिया है और यहां तक कि एक उत्तराधिकारी को भी लाइन में खड़ा कर दिया है।
यूक्रेनी खुफिया रिपोर्ट्स का दावा
यूक्रेनी खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फेडरल सिक्योरिटी सर्विस के 70 साल के डायरेक्टर अलेक्जेंडर बोर्तनिकोव पुतिन को खत्म करने की योजना बनाने वाले प्रमुख खिलाड़ियों में से एक हैं। हालांकि फेडरल सिक्योरिटी सर्विस पुतिन का प्रमुख समर्थक है और एजेंसियों को युद्ध शुरू होने से पहले चीजों के बारे में पता था। ऐसा माना जाता है कि बोर्तनिकोव का हाल दिनों में पुतिन के साथ संबंध खराब होता गया है।
प्रतिबंधों के कारण पुतिन को हटाए जाने का प्लान?
रिपोर्ट्स बताती हैं कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से पश्चिमी देशों द्वारा लगाए जा रहे प्रतिबंध रूस की इकॉनमी का बुरा हाल कर रहे हैं। पुतिन को ‘जहर’ दिए जाने की योजना के पीछे यह मुख्य कारक बताया जा रहा है। इस तरह की बातें यूक्रेन युद्ध को प्रभावित करने वाली अफवाहें हो सकती हैं। लेकिन नेतृत्व के बारे में अनिश्चितता के बीज और पुतिन का निजी जीवन हमेशा रहस्य में डूबा रहा है। युद्ध के मद्देनजर कई विश्लेषकों ने पुतिन की समझदारी पर सवाल उठाया है और कई का दावा है कि पूर्व केजीबी एजेंट गंभीर बीमारियों से पीड़ित है।