महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘परीक्षा पर चर्चा’ पर सवाल उठाए हैं। साथ ही पार्टी ने पूछा है कि वे आम आदमी की परेशानियों पर बात कब करेंगे। शुक्रवार को पीएम मोदी छात्रों, शिक्षकों और पैरेंट्स से परीक्षा से जुड़े तनाव समेत कई मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। यह कार्यक्रम बीते 4 सालों से जारी है।
राकंपा के प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने कहा कि कुछ हस्तियों ने लोगों से पीएम मोदी की ‘परीक्षा पर चर्चा’ देखने की अपील की है। उन्होंने हैरानी जताई है कि वे कब पीएम मोदी से लोगों की परेशानी के बारे में बात करने को लेकर सवाल करेंगे। राकंपा के अलावा एमवीए सरकार में शिवसेना और कांग्रेस पार्टी शामिल हैं।
क्रास्टो ने पूछा, ‘छात्र परीक्षाओं के दौरान तनाव में होते हैं। हम उनका तनाव दूर करने के लिए उनके साथ बात करने पर प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हैं। लेकिन वे छात्रों के माता-पिता और आम लोगों की परेशानियों को जानने के लिए कब ‘परेशानियों पर चर्चा’ आयोजित करने वाले हैं।’ उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल और एलपीजी सिलेंडर के भाव हर रोज बढ़ रहे हैं। वहीं, बेरोजगारी भी चिंता का विषय है। प्रवक्ता ने सवाल किया कि क्या सेलेब्रिटी कभी यह सोचते हैं कि बढ़ी कीमतों के चलते आम आदमी किन परेशानियों का सामना करता है।
परीक्षा को त्योहारों के रूप में लेने की सलाह
भाषा के अनुसार, प्रधानमंत्री ने तालकटोरा स्टेडियम में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच वहां मौजूद लोगों से कहा, ‘यह मेरा पसंदीदा कार्यक्रम है, लेकिन कोविड के कारण मैं आपसे नहीं मिल सका था। इससे मुझे काफी खुशी मिल रही है, क्योंकि मैं लंबे समय के बाद आपसे मिल रहा हूं।’ मोदी ने कहा, ‘घबराया हुआ कौन है? आप या आपके माता-पिता? यहां अधिकतर लोगों के माता-पिता घबराए हुए हैं। अगर हम परीक्षा को त्योहार बना दें तो यह जीवंत बन जाएगा।’