पूर्वी यूक्रेन के क्रामटोर्स्क रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को दो रॉकेटों के हमले में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच निवासियों को निकालने के लिए स्टेशन का इस्तेमाल किया जा रहा था।
द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन की राज्य रेलवे कंपनी ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन में क्रामाटोर्स्क रेलवे स्टेशन पर दो रूसी रॉकेटों से टकराने से 30 से अधिक लोग मारे गए हैं और 100 से अधिक घायल हो गए हैं।
डोनेट्स्क के गवर्नर, पावलो क्यारिलेंको का कहना है कि जब रॉकेट अटैक हुआ तब हजारों नागरिक स्टेशन पर थे और यूक्रेन के सुरक्षित इलाकों में जाने की कोशिश कर रहे थे। इससे पहले रायटर्स ने यूक्रेनी रेलवे के प्रमुख के हवाले से लिखा था कि रेलवे लाइन पर एक हवाई हमले के बाद गुरुवार को निकासी प्रभावित हुई और ट्रेनें ब्लॉक रहीं।
ताजा हमले को लेकर रूस ने अभी तक बयान नहीं दिया है।
इससे पहले यूक्रेन ने कहा था कि यूक्रेन के उत्तरी शहर से पीछे हटने के दौरान रूसी सैनिक अपने पीछे बर्बादी का मंजर छोड़ते गए। रूसी सैनिकों ने इमारतों को नुकसान पहुंचाया, सड़कों पर क्षतिग्रस्त कारें बिखरी थीं और आम लोग भोजन एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी से जूझ रहे थे। बृहस्पतिवार को समाने आई तस्वीरों ने रूस के अगले आक्रमण को रोकने में यूक्रेन की मदद की मांग को और हवा दी।
चेर्निहाइव में सहायता-वितरण केंद्र के रूप में सेवा कर रहे एक क्षतिग्रस्त स्कूल के बाहर खड़ी वैन से ब्रेड, डायपर और दवा प्राप्त करने के लिए दर्जनों लोग कतार में खड़े थे, जहां से पीछे हटने से पहले रूसी सेना का कई हफ्तों तक घेराव था। शहर की सड़कें क्षतिग्रस्त इमारतों से अटी पड़ी हैं जिनकी छतें या दीवारें गायब हैं। एक कक्षा में ब्लैकबोर्ड पर अब भी संदेश लिखा है: ‘‘बुधवार 23 फरवरी – कक्षा कार्य।’’ इसके अगले ही दिन रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था।