यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूस पर लगाए गए मौजूदा प्रतिबंध उसके लिए कष्टकारी हैं, लेकिन ये रूसी सेना को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। जेलेंस्की ने लोकतांत्रिक दुनिया से रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जहां इस तरह का प्रतिबंध लगाया है, वहीं यूरोप रूसी ऊर्जा आपूर्ति पर अत्यधिक निर्भर है, जबकि बाइडेन प्रशासन भारत को रूसी ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़ाने से रोकने का प्रयास कर रहा है।
जेलेंस्की ने शुक्रवार रात राष्ट्र के नाम जारी एक वीडियो संदेश में कहा, “लोकतांत्रिक दुनिया को यह स्वीकार करना चाहिए कि ऊर्जा संसाधनों के लिए रूस को मिलने वाला धन वास्तव में लोकतंत्र के विनाश के लिए इस्तेमाल होने वाला धन है। लोकतांत्रिक दुनिया जितनी जल्दी यह समझ लेगी कि रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाना और उसके बैंकिंग क्षेत्र को पूरी तरह से अवरुद्ध करना शांति के लिए आवश्यक कदम है, युद्ध उतनी ही जल्दी समाप्त हो जाएगा।”
सैन्य नेताओं-खुफिया एजेंसियों के साथ जेलेंस्की की बैठक
जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने रूस के हमले का सामना कर रहे मारियुपोल बंदरगाह शहर को लेकर एक बैठक में देश के सैन्य नेताओं और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि बैठक संबंधी विस्तृत जानकारी को अभी सार्वजनिक नहीं किया जा सकता, लेकिन हम लोगों की जान बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
…वे स्वयं को मूर्ख बना रहे: राष्ट्रपति जेलेंस्की
जेलेंस्की ने कहा कि खेरसोन और जापोरिझझिया के आस-पास के इलाकों पर कब्जा कर चुके रूसी बल दक्षिणी यूक्रेन में हर जगह असैन्य नागरिकों को आतंकित कर रहे हैं और सेना या सरकार की सेवा करने वाले हर व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आक्रमणकारियों को लगता है कि इससे उनके लिए क्षेत्र पर कब्जा करना आसान हो जाएगा, लेकिन वे बहुत गलत हैं। वे स्वयं को मूर्ख बना रहे हैं।