पंचायती राज दिवस के मौके पर जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि उनकी सरकार आने के बाद यहां क्या-क्या बदल गया है। उन्होंने कहा कि आज राज्य में पिछड़ों को आरक्षण, न्याय और विकास मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पंचायती व्यवस्था को लागू करने से यहां के लोग खुद अपनी व्यवस्था को संभाल रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए न मैं नया हूं, न यहां के लोग मेरे लिए नए हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए 20,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण बेहद अहम है और इससे विकास को गति मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि मंच पर आने से पहले मैं पंचायत के सदस्यों के साथ बैठा था और मुझे महसूस हुआ कि उनके संकल्प और इरादे कितने नेक हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं दिल्ली के लाल किले से सबका प्रयास बोलता हूं, लेकिन जम्मू-कश्मीर और पल्ली के नागरिकों ने यह करके दिखाया है कि सबका प्रयास क्या होता है।’ उन्होंने कहा कि यहां के पंच और सरपंच मुझे बता रहे थे कि जब कार्यक्रम तय हुआ तो उसकी तैयारियों को लेकर लोग आ रहे थे तो उनके खाने की व्यवस्था हर घर से की गई। हर घर से रोटियां जुटाई गईं और लोगों को खाना खिलाया गया। पीएम मोदी ने कहा कि मैं इस मंच से गांव के सभी लोगों को नमन करता हूं। इस बार पंचायती राज दिवस जम्मू-कश्मीर में मनाया जाना बदलाव और गर्व का प्रतीक है
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र ग्रासरूट तक पहुंचा है और आज मैं यहां से पूरे देश को संबोधित कर रहा हूं। भारत में जब पंचायती राज व्यवस्था लागू की गई तो काफी ढोल पीटा गया, लेकिन यह व्यवस्था जम्मू-कश्मीर में नहीं लागू की गई। मेरे जम्मू-कश्मीर के लोग इससे वंचित ही रहे। पीएम मोदी ने कहा, ‘दिल्ली में आपने मुझे सेवा का मौका दिया और जम्मू-कश्मीर में पंचायत व्यवस्था लागू हो गई। पंचायतों में 30 हजार प्रतिनिधि चुन कर आए हैं और वे जम्मू-कश्मीर के सिस्टम को संभाल रहे हैं। यहां पहली बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए