अमरावती सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा के आवास पर हंगामा करने वाले शिवसेना कार्यकर्ताओं को सोमवार को जमानत मिल गई है। खबर है कि मामले में रविवार को गिरफ्तार हुए 16 कार्यकर्तओं को रिहा कर दिया गया है। इधर, कोर्ट ने राणा दंपति को रविवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। शिवसेना राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार में शामिल है।
शनिवार को राणा दंपति ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी। इसके बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं के आवास के बाहर जमकर हंगामा किया था। आरोप लगाए गए थे कि कार्यकर्ताओं ने घर पर पत्थरबाजी की और बैरिकेड्स तोड़ दिए थे।
सांसद नवनीत ने कहा था, ‘ये जो हमारे घर के बाहर विरोध कर रहे हैं, शिवसैनिक नहीं हैं। वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के गुंडे हैं। सीएम उद्धव ठाकरे केवल यह जानते हैं कि लोगों के खिलाफ कैसे मामला दर्ज करते हैं और उन्हें जेल में डालना है।’ शिवसेना कार्यकर्ताओं के भारी विरोध के बाद राणा दंपति ने सीएम आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करने का फैसला किया था।
भाषा के अनुसार, राणा दंपत्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा- 153 ए (अलग-अलग समुदायों के बीच धर्म, भाषा आदि के नाम पर विद्वेष उत्पन्न करना),धारा 34(सामान्य इरादे) और मुंबई पुलिस अधिनियम की धारा-135 (पुलिस द्वारा लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने) का मामला दर्ज किया गया। बाद में इसमें 124-ए (राजद्रोह) की धारा भी जोड़ी गयी है