हनुमान चालीसा विवाद को लेकर जेल में बंद अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को जेल का ही खाना खाना पड़ेगा। शुक्रवार को मुंबई की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने दोनों की जेल में घर का खाना मंगाकर खाने की अर्जी को खारिज कर दी है। दंपति को पिछले शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का आह्वान करने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
मातोश्री के बाहर हनुमान चालीस पढ़ने की योजना से पीछे हटने के बाद भी मुंबई पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने उनके खिलाफ देशद्रोह भी लगाया है। राणा दंपति फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। नवनीत राणा भायखला जेल में बंद है, वहीं उनके पति पड़ोसी नवी मुंबई की तलोजा जेल में है। शनिवार को सत्र अदालत में राणा की जमानत याचिकाओं पर सुनवाई होनी है।
मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को एक विशेष अदालत को बताया कि अमरावती की सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा की महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ करने संबंधी योजना सामान्य लग सकती है, लेकिन वास्तव में यह राज्य सरकार को चुनौती देने की एक बड़ी साजिश थी।
पुलिस ने यह भी दावा किया कि विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और ठाकरे के राजनीतिक विरोधी उन्हें ‘हिंदू विरोधी’ के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे थे और यह दिखाना चाह रहे थे वर्तमान शासन में हिंदुओं के लिए अपने धर्म का पालन करना मुश्किल है।