पश्चिमी दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास शुक्रवार को एक इमारत में आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई। दमकल विभाग के अधिकारियों ने कहा कि संख्या बढ़ सकती है क्योंकि और लोगों के फंसे होने की आशंका है और बचाव अभियान जारी है। आगजनी की इस घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दुख जताया है।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, मुंडका मेट्रो स्टेशनल के पास इमारत में आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई है। जबकि, 12 अन्य लोग घायल हो गए। इन सभी का इलाज संजय गांधी अस्पताल में चल रहा था। समाचार एजेंसी एएनआई ने डीसीपी, बाहरी जिले समीर शर्मा के हवाले से कहा कि आग दो मंजिलों पर फैली हुई थी। उन्होंने कहा, “क्षेत्र की घेराबंदी के साथ पुलिस बल तैनात किया गया है।”
आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 24 गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। दिल्ली दमकल सेवा (डीएफएस) के अधिकारियों ने बताया कि शाम चार बजकर 40 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली थी। डीएफएस प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि आग सबसे पहले मेट्रो स्टेशन के पिलर 544 के पास लगी। शुरुआत में दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। बाद में, अन्य 14 को आग पर काबू पाने के लिए भेजा गया।
एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि प्रभावित इमारत का इस्तेमाल आमतौर पर व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जाता था, जैसे कि कंपनियों के लिए कार्यालय की जगह देना। एक पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा गया, “आग इमारत की पहली मंजिल से शुरू हुई, जो एक सीसीटीवी कैमरे और राउटर बनाने वाली कंपनी का कार्यालय है।” पुलिस ने कहा कि फर्म के मालिक को हिरासत में ले लिया गया है।
दमकल से बिना अनापत्ति प्रमाणपत्र के चल रही थी इमारत
जांच में मालूम हुआ कि इस पूरी इमारत को अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिला था। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रहीहै। उसने आफिस के मालिक को हिरासत में ले लिया है। वहीं इमारत के मालिक मनीष लाकड़ा से भीपूछताछ की जाएगी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के आधार पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
अस्पताल तक बनाया गया ग्रीन कारिडोर
चूंकि हादसा मुख्य मार्ग पर हुआ था। बचाव कार्य चलने की वजह से पूरे इलाके में जाम लग गया। ट्रैफिक पुलिस जाम खुलवाने में जुट गई। इस बीच इमारत से निकलने वाले घायलों को अस्पताल लेने जाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने ग्रीन कारिडोर बनाया। यह कारिडोर मुंडका से संजय गांधीअस्पताल तक बनाया गया था।इसकी वजह से घायलों को एम्बुलेंस बिना किसी ट्रैफिक जाम के अस्पताल तक पहुंच सकी। फिलहाल देर रात तक ट्रैफिक पुलिस यातायात व्यवस्था बनाए रखने में लगी थी।