जब जान पर बन आती है तो बेबस हो चुके लोग जान बचाने के लिए अपनी जान भी दांव पर लगा देते हैं। ऐसा ही नजारा शुक्रवार को पश्चिमी दिल्ली के मुंडका में देखने को मिला, जहां एक इमारत में भीषण आग लगने के बाद अंदर फंसे लोग जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूदते और क्रेन और सीढ़ियों के जरिए बाहर आते दिखे।
जानकारी के अनुसार, मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास शुक्रवार को एक इमारत में भीषण आग लगने के बाद इमारत में फंसी महिलाओं और पुरुषों जान बचाने के लिए क्रेन और सीढ़ियों की मदद से लटककर निकलते देखे गए। इसके साथ कुछ लोगों ने बिल्डिंग से छलांग भी लगा दी। इस हादसे में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है।
पुलिस ने बताया कि इमारत से 50 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है तथा कुछ और लोगों के अब भी इमारत के अंदर फंसे होने की आशंका है। आग पर काबू पा लिया गया है। दमकल विभाग और पुलिस के साथ ही अब एनडीआरएफ की टीम भी राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई है।
कांग्रेस के खिलाफ प्रतिनिधि आंख मूंदकर सहयोगियों की कर रहे हैं तलाश
कई प्रतिनिधियों ने महसूस किया कि कांग्रेस सहयोगियों की तलाश में आंख बंद करके नहीं जा सकती क्योंकि उसे अपने चुनावी स्थान की रक्षा करनी है और उन भाजपा विरोधी सहयोगियों से दूर रहना चाहिए जो कांग्रेस के पारंपरिक वोटों को खाने की साजिश रच रहे हैं। इसका मतलब था टीएमसी, आप, टीआरएस, बीजेडी के किसी भी प्रस्ताव के खिलाफ कई लोगों का प्रतिरोध। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “पहले हम अपना घर ठीक करना चाहते हैं। हम कांग्रेस के लोगों को अधिक सक्रिय और अधिक शक्तिशाली बनाना चाहते हैं और फिर हम दूसरों के पास जाएंगे।”