क्वाड लीडर्स समिट के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को टोक्यो में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की। यह बैठक 11 अप्रैल को हाल ही में वर्चुअल मोड में बातचीत करने के बाद उनके नियमित संवाद की निरंतरता का प्रतीक है। द्विपक्षीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत और अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी सही मायने में एक विश्वास की साझेदारी है। कई क्षेत्रों में हमारे समान हितों ने इस विश्वास के रिश्ते को मजबूत किया है। हमारे बीच व्यापार और निवेश में भी लगातार विस्तार हो रहा है। हालांकि, यह हमारी ताकत से बहुत कम है।”
पीएम ने कहा, “मुझे विश्वास है कि हमारे बीच ‘इंडिया-USA इन्वेस्टमेंट इनसेंटिव एग्रीमेंट’ से निवेशी की दिशा में मजबूत प्रगति देखने को मिलेगी। हम टेक्नॉलॉजी के क्षेत्र में अपना द्विपक्षीय सहयोग बढ़ा रहे हैं और वैश्विक मुद्दों पर भी आपसी समन्वय कर रहे हैं।”
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा, “मुझे खुशी है कि हम भारत-अमेरिका टीकाकरण कार्यक्रम का नवीनीकरण कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि वे भारत-अमेरिका साझेदारी को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बाइडन ने कहा कि वे भारत-अमेरिका साझेदारी को पृथ्वी की सबसे निकटतम साझेदारियों में से एक बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बाइडन ने कहा, “प्रधानमंत्री जी, हमारे देश मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं और करेंगे भी। मैं हमारी अमेरिका-भारत साझेदारी को धरती पर मौजूद सबसे करीबी साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।” अमेरिका के राष्ट्रपति ने यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, “हमने यूक्रेन पर रूस के क्रूर और गैर-न्यायसंगत आक्रमण के चल रहे प्रभावों और पूरे विश्व व्यवस्था पर इसके प्रभाव पर भी चर्चा की। इन नकारात्मक प्रभावों को कैसे कम किया जाए, इस पर अमेरिका और भारत बारीकी से परामर्श करना जारी रखेंगे।”