महाराष्ट्र में शिवसेना के विधायकों के बागी होने के बाद अब पार्टी के सांसद भी गुट बदलने के लिए तैयार हैं। बीजेपी ने दावा किया है कि शिवसेना के कम से कम 12 लोकसभा सदस्य उनके संपर्क में हैं। भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि महाराष्ट्र में शिवसेना में विभाजन का लोकसभा पर भी असर पड़ेगा क्योंकि कुल 19 में से कम से कम 12 लोकसभा सदस्य दल बदलने के लिए तैयार हैं।
लोकसभा में शिवसेना के 19 सदस्यों में दादरा और नगर हवेली का एक सदस्य भी शामिल है। राज्यसभा में इसके तीन सदस्य हैं। कल्याण से दो बार लोकसभा सदस्य रहे शिंदे के बेटे श्रीकांत पहले ही अपने पिता के खेमे से जुड़ चुके हैं, जबकि यवतमाल से पांच बार की सांसद भावना गवली ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर हिंदुत्व के संबंध में बागी नेताओं की शिकायतों पर विचार करने का आग्रह किया है।
सदस्यों के बीच बन रही असमंजस की स्थिति
गवली अपने द्वारा चलाए जा रहे एक गैर-सरकारी संगठन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय के निशाने पर हैं। गोवा में बागी विधायकों के साथ रहे श्रीकांत (35) से प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। लोकसभा सदस्यों का एक वर्ग असमंजस में है क्योंकि उनके निर्वाचन क्षेत्रों के कई विधायक शिंदे के पक्ष में थे और नई व्यवस्था के तहत विकास परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता से आशंकित थे।